झारखंड में तेली समाज की आबादी बड़ी भारी संख्या में है । एक अनुमान के अनुसार झारखंड तेली समाज की आबादी 22% के आसपास है इतनी आबादी होने के बावजूद भी तेली समाज राजनीतिक और संवैधानिक अधिकारों से काफी सालों से वंचित रखा जा रहा है । लेकिन यह समाज अपना हक और अधिकार लड़के लेकर ही रहेगा । यह तेली समाज झारखंड प्रदेश का असली भूमिपुत्र है । पीटीएसके प्रेस वार्ता के दौरान झारखंड प्रदेश तेली समाज केंद्रीय कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष श्री अरुण साहू ने अपने विचार कुछ इस तरह से व्यक्त किए । उन्होंने प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि झारखंड बिहार में था बिहार में 27% आरक्षण पिछड़े वर्गों को तथा । लेकिन झारखंड राज्य के निर्माण के बाद यह आरक्षण सिर्फ 14% ही रह गया । उन्होंने कहा कि बहुत भारी संख्या के बावजूद यह भेदभाव किया जा रहा है । उन्होंने यह महान किस जाति को सरकार अनुसूचित जाति में शामिल करके होने वाले अन्याय को दूर करे । हमारा कल्चर प्राचीन है और इस प्राचीन कर जल का लाभ हमें मिलना चाहिए । उन्होंने कहा कि 24 फरवरी को गोंडा पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पत्नी को भी इस बाबत ज्ञापन सौंपा गया है । तेली समाज के संगठन में ज्यादा से ज्यादा युवाओं को जोड़ने की एक जबरदस्त मुहिम चलाई गई है ऐसा उन्होंने कहा । इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रदेश उपाध्यक्ष महेश महतो, प्रवक्ता चितरंजन साहू, अंजन प्रसाद, संतोष साहू, मनोज साहू, राजेश कुमार, शंकर साहू इत्यादि तेली समाज के कार्यकर्ता भी उपस्थित थे ।