राष्ट्रभक्त भामाशाह जयंती समारोह स्थान - राष्ट्रभक्त भामाशाह जयंती समारोह बड़े ही धूम-धाम से बेगूसराय शहर के दिनकर कला भवन में दिनांक 23 अप्रैल 2018 को सम्पन्न होने जा रहा है । राष्ट्रभक्त दानवीर भामाशाह का जन्म भारत के आन-बान-शान के लिए प्रसिद्ध राजस्थान के अलवर नामक स्थान में 23 अप्रैल 157 ई. को तैलिक वैश्य कुुल के कांबरिया गोत्र में हुआ था । मेवाड़ हिन्दु शिरोमणि महाराणा प्रताप की सेना ने | मुगल सम्राट अकबर की सेना से वर्षों तक वीरतापूर्वक युद्ध किया। युद्ध लम्बा चलने के कारण मेवाड़ का राजकोष । धीरे-धीरे रिक्त होने लगा और एक दिन ऐसा अर्थ संकट उत्पन्न हुआ कि स्वयं महाराणा प्रताप के परिवार को घास की रोटियाँ खाने की नौबत आ गई, ऐसे ही विपद क्षणों में मातृभूमि मेवाड़ का गौरव बढ़ाने के उद्देश्य से वैश्य शिरोमणि भामाशाह ने अपनी दानवीर प्रवृति को साकार रुप प्रदान करते हुए 25 लाख रुपये, 20 हजार स्वर्ण मुद्रायें तथा अन्य भोजन सामाग्री लेकर मेवाड़ के स्वाभिमान गौरव एवं उनकी भव्य कृति की रक्षा के लिए महाराणा प्रताप को प्रदान किया। यह इतना अधिक था कि उससे 25 हजार सैनिक लगभग 12 वर्षों तक निरंतर युद्ध कर सकते थे।
कार्यक्रम : उद्घाटनकर्ता - अध्यक्ष, बिहार प्रदेश तैलिक साहु सभा । मुख्य अतिथि श्रीमती कचन गुप्ता, अध्यक्ष, बिहार प्रदेश तैलिक साहु सभा महिला प्रकोष्ट विशिष्ट अतिथि - (i) प्रदेश महासचिव, बिहार प्रदेश तैलिक साह सभा (ii) श्री मनोज कुमार गुप्ता, अधिवक्ता, जिला प्रभारी-बि.प्र.तै.सा.स. सम्मानित अतिथि - श्रीमती सरिता साहु, अध्यक्ष, नगर परिषद बखरी । अतः आप तमाम बन्धुओं से आग्रह है कि हजारों-हजार की संख्या में भाग लेकर भव्य भामाशाह जयन्ती समारोह को तन-मन-धन से सफल बनावें तथा चट्टानी एकता का परिचय देते हुए तेली जाति के मान-सम्मान व अधिकार की रक्षा के लिए संघर्ष करें । निवेदक :- जिला तैलिक साहु सभा, बेगूसराय।