प्रखंड के शंख व लावा नदी के संगम पर रविवार को छोटानागपुरिया तेली उत्थान समाज का वनभोज सह मिलन समारोह कार्यक्रम हुआ. मुख्य अतिथि प्रदेश अध्यक्ष अरुण साहू ने कहा कि 1941 से तेली समाज तेली जाति को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मांग करते आ रही है. लेकिन आज तक सरकार तेली जाति को छलने का काम कर रही है, जिसे हम अब बरदाश्त नहीं करेंगे, अब समय आ गया है, समाज के लोगों को संगठित होने की, हमें सरकार को बताना होगा कि तेली जाति में कितनी शक्ति है. इतिहास लिखने के लिए चाहे हमें सड़क पर क्यों न उतरना पड़े. उन्होंने युवा साथियों से आह्वान किया कि अब समय आ गया है तेली हित के लिए एक मंच में आ कर लड़ाई लड़ने की. जब तक तेली जाति को अनुसूचित जनजाति में सरकार शामिल नहीं करती है, तब तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा, जो हमारे हित में बात करेगा. वही झारखंड में राज करेगा. अब आश्वासन से हम नहीं झुकेंगे. हम आश्वासन नहीं काम पर विश्वास करेंगे. आज हमारी स्थिति यह है कि हमें मुखिया व विधायक बनाना दूर सरकार ग्राम संगठन से भी हमारा अधिकार छीन ली है. अब हमें सरकार के लोक लुभावने बातों पर ना आकर समाज के हित में बात करने की आवश्यकता है. जब तक तेली जाति को अनुसूचित जाति का दर्जा नहीं मिल जाता है हमें जमीनी स्तर पर लड़ाई लड़नी होगी. मौके पर हीरा साहू, थानेदार प्रभुनाथ सिंह, सअनि मदन शर्मा, राधामोहन साहू, भूपन साहू, रामकृष्ण ओहदार, श्याम सुंदर साहू, महेश लाल, शिवचरण साहू, सुनीता साहू, दीपिका साहू, नीरज साहू, नंदकिशोर साहू, रंतु साहू, गणोश साहू, मनोज साहू, अमर साहू, प्रवीण साहू, विनोद साहू, अशोक साहू, अरविंद साहू, चंदेश्वर साहू, उदित साहू, विक्की साह, सहित चैनपुर, डुमरी के सभी सदस्य मौजूद थे.