जय राजिम माता, मैया जय राजिम माता।
तैलिक कुल में जन्मी, सब जन है ध्याता।। जय राजिम माता।।
स्वाभिमानी श्रद्धा स्वरूपा, सत का मार्ग दिखायी।
कर्मयोगिनी कल्याणी माँ, कुल का मान बढ़ायी।। जय राजिम माता।।
श्री विष्णु की भक्तिन, अद्भुत भक्ति करी।
गज मोक्ष की कथा को, फिर साकार करी।। जय राजिम माता।।
घानी में निशदिन पूजित, प्रभु मूरत न्यारी।
जगहित किए समर्पित, है सद्भाव तुम्हारी।। जय राजिम माता।।
प्रभु सन्मुख माँ तुमने, निज जीवन त्याग दिए।
राजिम नगरी तुम्हीं से, प्रभु राजिम लोचन हुए।। जय राजिम माता।।
भक्त शिरोमणि माता, तेरी महिमा 'युग' गावे।
सकल सुमंगल कारक, जन स्नेहाशीष पावे।। जय राजिम माता।।