हरदिया साहू समाज में मंत्री हो या संतरी नहीं सजाएंगे ब्याह मंडप
छत्तीसगढ़ में आदर्श विवाह की शुरुआत करने वाले हरदिया साहू समाज ने अनूठा संकल्प लिया है । तय किया है कि समाज के किसी भी घर में शादी ब्याह में का मंडप नहीं लगाया जाएगा । समाज में शादियां होंगी तो केवल सामूहिक विवाह समारोहों में ही । मंत्री हो या संत्री सभी को समाज के इस संकल्प का पालन करना होगा ।
समाज के इस अनूठी पहल का उद्देश्य शादी समारोह में होने वाली फिजूलखर्ची रोकना है । इससे फिजूलखर्ची बस जाएगी । शादी पूरा समाज भी शादी का साक्षी बनेगा । समाज में होने वाले आदर्श विवाह पहले कम आय वर्ग के लिए ही सीमित थी लेकिन इस संकल्प के बाद आप सारे मिट जाएंगे । इसका उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई करेगा । हरदिया साहू समाज के जिलाध्यक्ष अशोक साहू और समाज पदाधिकारी ने बताया कि प्रदेश भर में होने वाले साहू समाज में किसी के घर शादी के लिए मंडप नहीं सजेगा । प्रदेश व जिला स्तर पर बैठक आयोजित का निर्णय लिया गया है । प्रदेश के रायपुर मंत्री और जिले में समाज के तत्वधान में आदर्श सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया है । रायपुर से सामूहिक विवाह की शुरुआत होगी । यहां करीब 100 से अधिक जोड़ों का आदर्श सामूहिक विवाह होगा । 8 मार्च को धमतरी में केवल हरदिया साहू समाज के करीब 125 जोड़ों का विवाह करने का लक्ष्य रखा गया है । सामूहिक विवाह के लिए पदाधिकारियों की तैयारी जोरों पर है ।
10000 का मंगलसूत्र मिलेगा प्रत्येक वधु को । आदर्श सामूहिक विवाह में शामिल होने वाले प्रत्येक वधु को समाज की ओर से ₹10000 का सोने का मंगलसूत्र प्रदान किया जाएगा । बिहार के लिए सामाजिक ओर से निशुल्क वेशभूषा वह जूता मोजा प्रदान किया जाएगा । किसी भी मंडप में जोड़ों को दहेज के रूप में किसी भी प्रकार की सामग्री देना भी वर्जित रहेगा । जिला अध्यक्ष अशोक साहू ने बताया कि कर जाम जाम और दिखाओ को दिल करार करते हुए हरदिया साहू समाज में अनूठी पहल की है । आप समाज के लोग इस साल से शादी में मंडप नहीं सजाएंगे सील समाज द्वारा कराए जाने वाले सामूहिक विवाह में ही विवाह कर सकेंगे । साहू ने कहा कि इस व्यवस्था में दहेज के नाम पर वीडियो को प्रताड़ित करने जैसी घटनाओं पर भी अंकुश लगेगा । हरैया साहू समाज आग रोटी बेटी लाने तक सिमटकर नहीं रहेगा, रचनात्मक कार्य से आगे बढ़ेगा । सामाजिक कुरीतियों रूढ़िवादी मान्यताओं और अपव्यय रोकने की पहल करता रहेगा ।
जिलाध्यक्ष के बेटे का विवाह
जिलाध्यक्ष अशोक साहू ने बताया कि समाज के लोग चाहे वह मंत्री हो या संत्री सभी परिवार के बेटे वह बेटियों की शादी सामूहिक मंडप में ही होगी । यदि वे समाज के नियम के विरुद्ध तामझाम से बचाते हैं तो समाज उन पर कड़ी कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। समाज के निर्णय के अनुसार में स्वयं अपने पुत्र का विवाह आदर्श सामूहिक विवाह के माध्यम से करूंगा । जिलाध्यक्ष के पुत्र प्रीतम साहू एमबीए पास है । वह भी आदर्श विवाह से शादी करने को तैयार हैं ।