ग्राम करेली बड़ी साहू समाज ने विगत दिवस साहू समाज भवन में सामाजिक स्तर पर बैठक आयोजित कर निर्णय लिया कि समाज में होने वाले दावत-भोज में डिस्पोजल पर पूर्ण प्रतिबंध हो जो पर्यावरण प्रदूषण रोकने समाज की अनूठी पहल है। इस संबंध में साहू समाज अध्यक्ष कृपाराम साहू करेली बड़ी ने चर्चा में बताया कि समाज में शादी-ब्याह और मृत्यु भोज की दावत दी जाती है। जिसमें बड़ी संख्या में जाति बंधुओ सहित अन्य समाज के लोग शामिल होते हैं जहां डिस्पोजल का वितरण किया जाता है। तब साहू समाज के पदाधिकारी ने बैठक लेकर डिस्पोजल पालीथिन पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया। डिस्पोजल पर्यावरण और जानवरों के लिए खतरा । कृपाराम साहू का कहना है कि डिस्पोजल पालीथिन से बना होता है। जो जलाने पर केवल पिघलता है। और उनसे असहनीय गैस निकलती है जो पूरे पर्यावरण को प्रदूषण करने में कोई कसर नहीं छोड़ती है। डिस्पोजल सड़क में बिखरे पड़े होते हैं जो मार्ग में चलने वाले जानवरों के लिए नुकसानदायक होता है। हो रहा नियमों का पालन साहू समाज ने समाज के भोज व्यवस्था में डिस्पोजल पर पूर्ण अंकुश लगाया जिसका असर सामाजिक लोगों पर हुआ है और गांव के सामाजिक लोगों द्वारा शादी ब्याह, मृत्यु भोज क ा क मा आयोजित किया जाता है, जहां समाज के नियमों का पालन कड़ाई से किया जा रहा है। ग्रामीणों एवं जाति बंधु गिलास से पेयजल की व्यवस्था करते हैं। दण्ड का प्रावधान नहीं समाज के लोगों सहित पार के लोगों को कार्यक्रम में डिस्पोजल के अंकुश की सूचना दी गई है जहां नियमों का पालन किया जा रहा है। समाज के नियमों की अवहेलना करने पर दण्ड व्यवस्था नहीं है, किन्तु नियमों की अवहेलना करने पर दण्ड का प्रावधान किया जा सकता है।