राजनीति मोदी को साहू समाज अपना अंग नहीं मानता -संघकी चेतावनी, समाजको बांटने हथकंडे न अपनाएं
रायपुर साहू समाज को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयान पर समाज का आक्रोश जमकर फूटा. प्रदेश साहू संघ ने मोदी को अवसरवादी और जातिगत राजनीति करने के आरोप लगाते हुए दो टूक कहा किसमाज उन्हें अपना अंगनहीं मानता. वहीं चेतावनी भी दी कि मोदी अपनी अवसरवादिता की राजनीति में साहू समाज या पिछड़ा वर्ग को न घसीटे. छत्तीसगढ़ में मोदी को साहू समाज के तौर पर कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता. छग प्रदेश साहू संघ के अध्यक्ष विपिन साहू ने कहा कि छत्तीसगढ़ में सभी समाज और वर्गसे अलग-अलग राजनीतिक विचारधाराकेलोगरहते हैं. यहां मोदी ने अवसरवादी राजनीति कर स्तर नीचे गिरा दिया. गुजरात का सीएम बनने से पहले वे खुद को उच्च वर्गका बताने में गर्व और तेली बोलना अपमान समझते थे. उन्होंने याद दिलाया कि अखिल भारतीय तैलिक महासभा के राष्ट्रीय अधिवेशन का मुख्य अतिथि बनाने समाज का प्रतिनिधिमंडल जब उनसे मिला था. तब उन्होंने ऐसी राजनीति में नहीं पड़ने की बात कर आमंत्रण ठुकरा दिया था.देशके भगोड़ों कोलेकर हो रही टीका टिप्पणियों में चोर कहे जाने पर उन्होंने समाजको गाली देने की झूठी बात प्रचारित की है. किसी समाज में एक व्यक्तिके चोरहोने पर पूरेसमाज को चोर नहीं कहाजा सकता. इधरसाहू समाजके कोषाध्यक्ष हनुमत प्रसाद साहू ने समाज से माफी मांगने की मांग की.
प्रदेश और देश में साहू समाज एक मेहनतकश, ईमानदार, शिक्षित वर्ग में गिना जाताहै.पांचसाल में मोदीने बहुत बदनामी ली है. साहू समाज न मोदी के चौकीदार अभियान का हिस्सा है न ही चौकीदार को चोर कहने पर समाजको आपत्ति है. उन्होंने चेतावनी दी कि धर्म, जाति के नाम पर चुनाव प्रचार न करें. ऐसे हथकंडों को समाज अच्छी तरह पहचानता है. मोदी सिर्फ धर्म, जाति और पवित्र साधनों को बदनाम कर वोट लेने के साथ देशको बांटने की राजनीति न करें.