- डॉ० सोमनाथ साहू, रायपुर (छत्तीसगढ़)
सबसे पहले हम ईश्वर को धन्यवाद देते हैं कि इन्होंने हमें अच्छे स्वास्थ्य एवं समाज के हित के लिये चिंतन और अवसर प्रदान किया। अपने समाज एवं संगठन का इतिहास रखने से अपनी पहचान बनी रहती है। समाज के लोगों के शैक्षणिक, सामाजिक, आर्थिक तथा राजनीतिक जागरण पर विचार कर समाज सुधार एवं आगे बढ़ाने का प्रयास करने के लिये ज्ञानी लोगों का मार्गदर्शन बहुमूल्य होता है।
अपने निजी एवं पारिवारिक कार्य के अलावा कुछ समय समाज के लिये जरूर देना चाहिए। थोड़े-थोड़े समय देने से समाज के प्रति रुचि होने लगती है एवं कार्य भारी नहीं लगता है तथा वह स्वभाव में आ जाता है। जब हम सब मिलकर कोई कार्य करते हैं तो कार्य आसानी एवं अच्छे से हो जाता है, जिम्मेदारी लेकर कार्य करने से अच्छे बुरे का अनुभव होता है। लोगों से मेल-मुलाकात एवं उनके अनुभव तथा जानकारी का लाभ पारिवारिक संबंध जोड़ने में सहायता देता है। सक्रिय जीवन हमेशा लाभदायक किन्तु संघर्षमय होता है। अपने उद्देश्य को पूर्ण करने का निश्चय, विचलित न होते हुए, ईमानदारी से प्रयत्न, ईश्वर की कृपा पर भरोसा करके करना चाहिए। संघर्ष से जीती गई उपलब्धि यादगार, ऐतिहासिक तथा लीडरशिप की भावना जागृत करती है। अच्छे कार्य की प्राप्ति से मानसिक शक्ति, मानसिक शांति, समाज में सम्मान, अपनी अलग पहचान, एक अच्छे इंसान के रूप में गिनी जाती है।
समाज में प्रत्येक व्यक्ति का महत्व है, जैसे टाइप-राइटर में एक शब्द के न होने पर वाक्य पूरा नहीं होता है, वैसे ही समाज में लोगों के नहीं जुड़ने से संगठन मजबूत नहीं होता है। उत्साह एवं अच्छे पारिवारिक माहौल के लिये युवाओं एवं महिलाओं की भागीदारी जरूरी है। परिवार में एक कन्या का जन्म जरूर होना चाहिए। घर में कन्या होने से मनुष्य के स्वभाव में नम्रता होती है।