मोतिहारी / पकड़ीदयाल - अखिल भारतीय तेली महासभा के प्रखंड उपाध्यक्ष पकड़ीदयाल के बबलू कुमार गुप्ता के नेतृत्व में भामाशाह 474 वी जयंती पर उनके तेलचित्र पर सभी मित्रों के द्वारा पुष्प अर्पित कर हर्षोल्लास के साथ मनाई गई । दानवीर भामाशाह का जन्म 28 जून 1547 को हुआ था प्रखंड उपाध्यक्ष बबलू कुमार गुप्ता ने भामाशाह की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि भामाशाह चित्तौड़ का नगर सेठ थे भामाशाह (1547-1600) एक प्रख्यात जनरल मंत्री और महाराणा प्रताप के करीबी सहयोगी थे ।जब हल्दीघाटी के युद्ध में महाराणा प्रतापको अकबर द्वारा पराजित करने के बाद लड़ाई को आगे बढ़ाने के लिए उनके पास कोई धन नहीं था और उनका परिवार भुखमरी के करीब था इस बिंदु पर भामाशाह और उनके भाई ताराचंद ने अपनी संपत्ति 2,00,00,000 सोने के सिक्के और 25,00,00,000 चांदी के रुपयों से लेकर महाराणा प्रताप तक को प्रस्तुत किए जो अभिभूत थीं तभी भारत की सनातन एवं संस्कृति की रक्षा हुए थी