जोधपुर - पावटा स्थित चौरड़िया भवन में रविवार को घांची समाज का अधिवेशन आयोजित हुआ । डॉ. पदमचन्द्र महाराज व जयेन्द्र मुनि सहित महासती शारदा कंवर के सानिध्य में आयोजित अधिवेशन में घांची समाज के अनेक लोगों ने भागलिया । अधिवेशन को संबोधित करते हुए डॉ.पदमचन्द्र महाराज ने कहा, घांची समाज ने मानव को अमृत पिलाने में अग्रणीय भूमिका निभाई है । यह समाज सेवाभावी है और सेवा कभी व्यर्थ नहीं जाती । उन्होंने व्यसन से दूर रहने की सलाह देते हुए गौ माता की भाव के साथ सेवा करने सीख दी। महाराज ने आव्हान किया कि घांची समाज उच्च शिक्षा की ओर भी ध्यान दें । इस दौरान घांची महासभा के अध्यक्ष जुगल भाटी, लीला परिहार, नंदलाल भाटी, पार्षद संतोष परिहार, ओम पंवार, अशोक परिहार, नंदलाल भाटी, पिंटू धाणदिया तथा पूर्व महामंत्री राजेंद्र भाटी ने भी अधिवेशन को संबोधित किया ।
अखिल भारतीय श्वेतांबर स्थानकवासी जयमल जैन श्रावक संघ के उपाध्यक्ष देवराज बोहरा एवं सचिव गौतमचंद खिंवसरा की ओर से घांची समाज के गणमान्य लोगों का माल्यार्पण कर शॉल ओढ़ा स्वागत किया । वहीं दोपहर तीन बजे तक बच्चों का धार्मिक संस्कार शिविर आयोजित हुआ । गौरतलब हैं, कि आचार्य जयमल महाराज का 314 वां जन्मोत्सव 16 से लेकर 19 सितंबर तक स्थानीय पावटा बी रोड स्थित चोरडिया भवन में तप, त्याग, तपस्या एवं जाप के साथ श्रद्धा पूर्वक मनाया । घांची समाज के अधिवेशन को डॉ. पदमचन्द्र महाराज ने अपनी ओजस्वी वाणी में जीने की कला पर श्रावकों को संबोधित किया । अधिवेशन के दौरान घांची समाज के अनेक लोगों ने कुव्यसन त्याग का पचक्खाण ग्रहण किया । अधिवेशन के बाद सामूहिक महाप्रसादी का आयोजन रखा गया । इससे पूर्व सुबह जयजाप का सामूहिक वाचन किया गया ।