राष्ट्रीय तेली साह महासंगठन के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष सुनील साहू ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि १३ अप्रैल को सुधर्मा जिला अंतर्गत डोमचांच प्रखंड के थाना प्रभारी शशिकांत कुमार समेत चार पुलिसकर्मियों ने एक तेजी परिवार के अर्जुन साव को गिरफ्तार किया था । फिर नीरू पहाड़ी सपही के पास अंबादास जंगल से अर्जुन साहू का शव बरामद हुआ मृतक परिवार के साथ आसपास के लोग भारी संख्या में आक्रोशित होकर सड़क जाम कर दिए । मौके पर जिला परिषद संघ के प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती शालिनी गुप्ता जी एवं अन्य नेताओं ने आंदोलन का साथ देते हुए दोषियों के खिलाफ़ कठोर कार्रवाई हेतु मृतक परिवार को एक सरकारी नौकरी एवं उचित मुआवजा देने को कहा । कोडरमा के आरक्षी अधीक्षक कुमार गौरव ने चारों पुलिसकर्मियों को निलंबित करते हुए चारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाया तथा मृतक परिवार को न्याय दिलवाने का पक्का आश्वासन दिया ।
इधर २२ अप्रैल को झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास जो खुद को तेली समाज का बड़ा नेता मानते हैं । कोडरमा जाते हैं और इस दुख की घड़ी में मृतक परिवार से मिलना भी उचित नहीं समझते । मृतक परिवार को हर हाल में न्याय मिले मामले का लीपा पोती न हो बिना कुछ चिंता किए बिना कुछ बोले वापस लौट जाते हैं ।
रघुवर दास जी का समाज के प्रति इस बेरुखी से झारखंड का तेजी समाज मर्माहत हैं। निराश हताश स्वर्गीय अर्जुन साव अपने पीछे अपनी पत्नी कांति देवी अपने चार पुत्र वीरेंद्र साव, मुकेश साव, सिकेंद्र साव, उपेंद्र साव, अपनी दो बेटी आरती देवी और अनीता देवी को छोड़कर चले गए। इस बेसहारा परिवार को न्याय देना और दिलवाना ही होगा ।