जमुई - शहर के जाने-माने हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. नीरज साह की अध्यक्षता में शहर के महिसौड़ी मोहल्ला स्थित मिलन मैरेज हॉल में अखिल भारतीय तेली साहू महासभा की जिला इकाई ने भामाशाह की जयंती समारोह को धूमधाम से मनाया और उनके चित्र पर माल्यार्पण कर उनके आदर्शों को आत्मसात किया। कार्यक्रम में समाज के राष्ट्रीय एवं प्रदेश स्तर के कई नेताओं ने हिस्सा लिया और वंश के पुरखे भामाशाह को अपना मार्गदर्शक करार दिया। बिहार प्रदेश साह समाज के अध्यक्ष सह विधायक रणविजय साहू ने दीप प्रज्जवलित कर जयंती समारोह का शुभारंभ करते हुए कहा कि भामाशाह हमारे वंश के आदर्श है। प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. नीरज साह ने समारोह की अध्यक्षता करते हुए कहा कि भामाशाह आज भी समाज के साथ देशदुनिया के लिए प्रसांगिक है। महाराणा प्रताप जब जंगल में घास की रोटी खाने को मजबूर थे, तब भामाशाह ने राष्ट्रभक्त होने का परिचय देते हुए अपनी सारी संपत्ति दान कर दी। उनकी संपत्ति से करीब 25000 सैनिकों का लगातार 12 वर्षो तक भरण-पोषण किया जा सकता था जो अतुलनीय और अकल्पनीय है। अखिल भारतीय तेली-साहू महासभा के युवा संभाग के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव दिलीप साह ने आगत अतिथियों का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए कहा कि भामाशाह के सिद्धांतों को अपनाकर ही हम नए समाज का निर्माण कर सकते है। श्री साह ने समाज के हर लोगों को अफवाह, भ्रम, छुआछूत, बाल विवाह, दहेज प्रथा, नशाखोरी आदि कुरीतियों से बचने की सलाह देते हुए कहा कि शिक्षित और संगठित होकर ही लक्ष्य को हासिल कर सकेंगे। उन्होंने भी भामाशाह को चरणस्पर्श किया। साहू समाज के नेता मंजीत आनंद साहू, कंचन गुप्ता, प्रभारी प्राधानाध्यापक अरुण कुमार गुप्ता, कृष्णा प्रसाद, चन्देश्वर साहू, विपिन साह, देवेंद्र साह, राम विलास साह, दिनेश साह, मुरारी साह, राजकुमार साह, भगवान साह, पवन साह, संतोष साह, श्रीमती गिरिजा देवी, पप्पू साह, कन्हैया साह, रंजीत साह, सिकंदर साह, शंकर साह, नीतीश साह, मनोज साह, बंटी साह आदि ने भी भामाशाह को नमन किया और उनके बताए मार्गों पर चलने का संकल्प लिया। जिला परिषद सदस्य अनिल साह ने मंच संचालन कर जयंती समारोह को गरिमा प्रदान किया वहीं लक्ष्मी साह ने धन्यवाद ज्ञापन कर तमाम स्वजनों के प्रति आभार जताया। कार्यक्रम में अतिथियों को अंगवस्त्र, स्मृति चिंह एवं पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया गया। जयंती समारोह उत्साह और उमंग के वातावरण में संपन्न हो गया।