बहरागोड़ा के खेजुरिया में एनएच - 49 किनारे बैद्यनाथ प्लेस में रविवार को तेली समाज की बैठक हुई. इसकी अध्यक्षता डॉ विजय बसंत साहू ने की. समाज के उत्थान के लिए विस्तार से चर्चा हुई. मुख्य अतिथि राष्ट्रीय तेली साहू महा समाज के प्रदेश अध्यक्ष सुनील साहू ने कहा कि प्राचीन काल हम समाज को पोषित करने में अग्रणी भूमिका निभाते रहे हैं. हम विभिन्न पेशों मैं रहकर विभिन्न रूप में आज भी समाज में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहे हैं. हमारे समाज के लोग कर्म योगी है. एक भी व्यक्ति भिक्षाटन नहीं करता है. राजनीतिक दलों को पोषित करने में हमारी भूमिका महत्वपूर्ण रही है. इसके बावजूद हम राजनीतिक अधिकारों से वंचित हैं, आर्थिक रूप से सशक्तीकरण के साथ राजनीतिक सशक्तीकरण समय की मांग है. हम लोगों में कई उपजातियां हैं. हमें इन उप समूह से ऊपर उठकर सामूहिकता की बात करनी होगी.
समाज में एकजुटता जरूरी चरण साहू चंडी चरण साहू ने कहा कि राजनीतिक तौर पर अगर हम मजबूत होते हैं, तो आरक्षण का लाभ हमें प्राप्त हो गया होता. राजनीतिक दलों ने जान बूझकर हमें उपजातियों में बांट कर रखा है. बहरागोड़ा में एक ही वंश के तीन तरह के जातिगत नाम खतियान में अंकित है, जिनका पीली अंकित है उन्हें केंद्रीय स्तर पर आरक्षण प्राप्त है. वहीं एकादश और द्वादश वाले वंचित हैं, क्रिमिनल प्रमाण पत्र के मामले में कई अड़चन है, हमें एकजुट होकर सरकार व आयोग के समक्ष मजबूती से बातें रखनी होगी. मंच का संचालन सत्येन माइती ने किया.
मौके पर पर्वत मंडल, रोबेन साव, नव कुमार कुंडू, चंडी चरण साहू, कृष्णा पाल, बबलू साहू, मिठू साव, राजू माइती, अखिलेश माईती, उत्पल साव आदि ने समाज के उत्थान को सुझाव रखे. इसके पूर्व समाज के बुद्धिजीवी स्वर्गीय सृष्टिधर माईती, स्वर्गीय रतिकांत साहू व स्वर्गीय शशांक शेखर साव आदि के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी गयी. मौके पर महेंद्र साहू, तुषार कांति अधिकारी, पंकज माइती, मृणाल कांति साव, दिलीप माइती, डोमा ओझा, चंडी कुंडू आदि समेत कई लोग उपस्थित थे.