विसापुर - महाराष्ट्र के महान संत एवं तेली समाज के आराध्य देव श्री. संत शिरोमणि संताजी जगनाड़े महाराज की ३९८ वीं जयंती विसापुर में तेली समाज बंधुओं की ओर से उत्साह के साथ मनाई गई।
कार्यक्रम की शुरुआत रमेशजी बावणे द्वारा घट स्थापना के साथ हुई और गांव के सभी महापुरुषों की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन सी. झिंगुबाई बावणे और सौ. उषाताई गिरडकर के शुभ हाथों से जगनाडे महाराज के जीवन पर आधारित मार्गदर्शन किया गया। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाषण प्रतियोगिता एवं निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया तथा मातोश्री वृद्धाश्रम विसापुर में तेली समाज द्वारा फल, बिस्किट एवं नाश्ता प्रदान किया गया.
श्री. संत शिरोमणि संताजी जगनाडे महाराज की जयंती समारोह की अध्यक्षता श्री नरेंद्र ईटनकर ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में श्री योगेश समरीत साहब ( संयोजक, महाराष्ट्र तेली समाज आरक्षण संघर्ष समिति चंद्रपुर उपस्थित थे।
इस मौके पर ग्राम पंचायत सदस्य गजानन पाटणकर, तेली समाज विसापुर के उपाध्यक्ष दिनकर गिरडकर, सचिव अक्षय देशमुख, सहसचिव संतोष बैरागडे, रामदास हरने, विजय गिरडकर, शंकर गिरडकर, अरुण बावने, अशोक गिरडकर, गजानन बावनकुडे, बालाजी शेंडे, प्रफुल पोहाने, संध्या हरने, रंजना गिरडकर, राजश्री गिरडकर, मंगला घटे तेली समाज युवा मित्र परिवार, तेली समाज युवती मंच एवं सभी तेली समाज सदस्य उपस्थित थे।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री योगेश समरित साहब ने जगनादे महाराज के जीवन पर समाज के सदस्यों का मार्गदर्शन किया और समाज को नई ऊर्जा देने के लिए ज्ञानवर्धक भाषण दिया। इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम व मेधावी छात्र- छात्राओं का अभिनंदन व पुरस्कार वितरण किया गया।
जयंती समारोह के अवसर पर तेली समाज के युवाओं को संताजी जगनाडे महाराज के आदर्श को ध्यान में रखकर आगे बढ़ने का संदेश देने का संकल्प लिया गया। कार्यक्रम की शुरुआत अक्षय देशमुख ने संचालन श्रद्धा साखरकर ने और आभार प्रदर्शन प्राची गिरडकर ने किया।