पवनी (भंडारा) संताजी महाराज जयंती तेली समाज द्वारा मनाई गई। जिसमें अध्यक्ष के रूप में तेली समाज महासंघ के केंद्रीय उपाध्यक्ष सुभाष वाडीभस्मे उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि संतों का जीवन सभी के लिए प्रेरणादायी है। इसलिए उनके विचारों को जीवन में उतारें। संत समाज को अच्छी शिक्षा देनेवाले तथा प्रबोधन के कार्य करनेवाले उतकृष्ट प्रबोधनकार होते हैं। प्रत्येक समाज में कुछ संत हुए हैं और उन्होंने समाजप्रबोधन के कार्य किए।
संत जगनाडे महाराज ने समाज में बदलाव लाया। अन्य समाज के पैमाने पर तेली समाज के लड़के उच्चशिक्षित होकर भी उन्हें आरक्षण में स्थान नहीं मिलता। समाज पर अच्छे संस्कार डालने की जरूरत है। सर्वप्रथम संताजी महाराज की प्रतिमा का पूजन व दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। इस कार्यक्रम के उद्घाटक राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. दत्तात्रय वाटमोडे व प्रमुख अतिथि के रूप में विदर्भ तेली समाज महासंघ के केंद्रीय सरचिटणीस प्रा. डॉ. नामदेव हटवार, सेवानिवृत्त कृषि अधिकारी विष्णु तलमले, संताजी स्नेही सेवा समिति के अध्यक्ष तुलशीराम बिलवणे, संजय घुगुसकर, महाराष्ट्र राज्य प्रादेशिक दैनिक महासभा के नागपुर विभागीय अध्यक्ष जगदीश वैद्य, सेवानिवृत्त अभियंता राजकुमार कृपाण, राम जुमले, पप्पू रेवतकर उपस्थित थे। इस कार्यक्रम की प्रस्तावना संताजी स्नेही समिति के सचिव उमाजी देशमुख ने रखी।
इस समय नवनियुक्त पंचायत समिति, जिला परिषद सदस्यों का सत्कार किया गया। इस अवसर पर सुभाष वाडीभस्मे, डॉ. दत्तात्रय वाटमोडे, प्राध्यापक डॉ. नामदेव हटवार, जगदीश वैद्य, काशीराम बिलवणे, भंडारा जिला परिषद अध्यक्ष गंगाधर जीभकाटे, कांग्रेस जिलाध्यक्ष मोहन पंचभाई का शाल व श्रीफल देकर सत्कार किया। तथा संताजी दिनदर्शिका 2023 की उपवर-वधु किताब का विमोचन किया गया। मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया गया। इस दौरान विविध क्षेत्रों से आए समाजबंधुओं ने कार्यक्रम में शिरकत की थी। इस कार्यक्रम का संचालन विशाल बोरकर ने व आभार किशोर पंचभाई ने माना कार्यक्रम की सफलता के लिए संताजी स्नेही सेवा समिति के अध्यक्ष तुलशीराम बिलवणे, उपाध्यक्ष विनोद जीभकाटे, सचिव उमाजी देशमुख, अंकुश देशमुख, सुरेश हटवार, विशाल बोरकर, किशोर पंचभाई, अनिल मुंडले, पप्पू रेवतकर, किशोर काटेखाये, लीलाधर मोहरकर