कानपुर । सनातन धर्म व्यास परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष आचार्य बालकृष्ण के द्वारा कथावाचक भागवताचार्य यामनी देवी साहू को राष्ट्रीय धर्माचार्य मनोनीत किया गया है। जिससे यामनी देवी के श्रद्धालुओ अपार खुशी का माहौल है । सभी भक्तो/श्रद्धालुओ यामनी देवी को इस सम्मान के लिए बधाई शुभकामनाएं दे रहे हैं हैं और प्रसन्नता व्यक्त कर रहें हैं। आपको बताते चले की टेलीफोन प्रेस वार्ता में उन्होने बताया की कठिन परिश्रम त्याग और सभी श्रद्धालुओ का अपार प्रेम ही इस मुकाम तक पहुंचाया है इसके लिए मैं सभी भक्तो श्रद्धालुओ और समाज के लोगो को बहुत बहुत धन्यवाद देती हूं उनका प्यार आशीर्वाद और सहयोग के बिना इस मुकाम तक पहुंचाना असंभव था । आप लोग पहले से भी अवगत होंगे ये वही यामानी देवी हैं जिन्हे कुछ महीनो पहले कुछ तथाकथित लोगो ने यामनी देवी का कड़ा विरोध किया था और कहा था की तुम महिला हो कोटे पर मुजरा करो तुम कथा नही कह सकती तुम ब्राह्मण नही हो । तब कई संगठनों ने भागवताचार्य यामनी देवी का भरपूर सहयोग किया था और पुलिस प्रशासन के सुरुक्षा में उनका भागवत कथा का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ था ।
उन्होंने आगे फोन प्रेस वार्ता में बताया की ये सम्मान कड़ी मेहनत और हिम्मत से विरोधियों से लड़ने के बाद ही मिला है जिस समाज लोग मुझे कथा नही कहने दे रहे थे आज उन्ही के समाज के लोग हमारी ईश्वर के प्रति भक्ति, आस्था ( मेहनत और सभी के सहयोग ) देख कर उन्ही के समाज के लोगो द्वारा सम्मान मिला है। मैं बहुत खुश नसीब हूं और उन सभी का आभार व्यक्त करती हूं और साथ ही पंडित अमर बहादुर त्रिपाठी, अवध बिहारी दास और आचार्य बालकृष्ण को बहुत बहुत धन्यवाद देती हूं । यामनी देवी का जन्म छत्तीसगढ़, रायपुर के बागबारा, जिला महासमुंद में हुआ है। बचपन से ही श्री कृष्ण के उपाशक रही है और उनकी अरधाना करती रही हैं आपका ईश्वर से प्रेम ही आपको इस मुकाम तक पहुंचाया है।