लखनऊ । किसी समाज को आगे बढ़ाने के लिए उस समाज का शिक्षित होना बहुत आवश्यक है, यह बात शनिवार को भारतीय तैलिक साहू राठौर महासभा के तत्वावधान रमाबाई अम्बेडकर मैदान में आयोजित तैलिक महारैली में मुख्य अतिथि केन्द्रीय पेट्रोलियम राज्य मंत्री रामेश्वर तेली ने कही। उन्होने कहा कि पहले लोग उनसे, तेली नाम लगाने के बारें में सवाल किया करते थे, तो वह इस बारे में बताते थे कि उनके घर के आस-पास तेल निकालने का करोबार बड़े पैमाने पर किया जाता है, इसलिए वह अपने नाम के आगे तेली लिखते हैं, इस पर उन्हें गर्व महसूस होता है। उनके समाज के लोग साहू, राठौर, गुप्ता जैसे उपनाम लगाते हैं, इसकी जगह उन्हे तेली शब्द का प्रयोग करना चाहिए। उन्होंने रैली में तेली समाज से अपील की, कि वह अपने बच्चों को उच्च शिक्षा प्रदान कराए ताकि वह डॉक्टर, इन्जीनियर आईएएस, आईपीएस आदि उच्च अधिकारी बनकर अपने समाज का नाम रौशन कर सके, तभी तेली समाज की तरक्की होगी और वह आगे बढ़ेंगे। मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में तेली समाज की अच्छी खासी संख्या होने के बावजूद उसे उचित भागीदारी न मिलना, तेली समाज का संगठित न होना है। तेली समाज को एकजुट होकर अपनी ताकत प्रदर्शित करनी होगी।
उन्होंने प्रदेश के 65 जिलों में निकली साहू जन जागृति रथ यात्रा को तेली समाज की एकजुटता बताई। भारतीय तैलिक साहू राठौर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष / राज्य सभा के पूर्व सांसद राम नरायन साहू ने रैली में कहा कि तैलिक समाज के युवाओं को आगे आना होगा और संघर्ष से अपनी क्षमता दिखानी होगी, जिससे वह अपना उचित हक लेकर अपनी राजनैतिक भागीदारी बढ़ा सके, इसके लिये तैलिक समाज की युवा शक्ति को संगठित होना होगा। नगर विकास राज्य मंत्री राकेश राठौर ने कहा कि तैलिक समाज को सोचना होगा कि वह सक्षम होने के बावजूद अंतिम पायदान पर क्यों खड़ा है, क्योकि हमारा तैलिक समाज संगठित नही है, इसी वजह से सभी राजनैतिक दल तैलिक समाज का शोषण करते हैं।