राजिम - मेले के माध्यम से राजिम का वैभव फिर से लौटेगा। देशभर से साधु संत आएंगे। इसकी कमी रह गई थी। यह बात रविवार की शाम 4.30 बजे मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने साहू समाज की आराध्य देवी राजिम माता जयंती समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में कहीं।
साथ शाम 4:15 बजे मुख्यमंच में पहुंचे। हेलीपैड से सीधे श्री राजीवलोचन मंदिर एवं राजिम माता मंदिर पहुंचकर दर्शन पूजन कर छत्तीसगढ़वासियों के सुख समृद्धि की कामना की। सभा को संबोधित करते हुए साय ने आगे कहा कि राजिम माई की पूजा अर्चना कर मैंने छत्तीसगढ़ के खुशहाली, शांति, समृद्धि के लिए कामना की है। साहू समाज एक गौरवशाली समाज है, जिन्होंने सिद्ध कर दिया है कि सरलता से भगवान को प्राप्त किया जा सकता है। सबका विकास सबका विश्वास के मूल मंत्र को लेकर हम चल रहे हैं। 18 लाख गरीबों को पक्का मकान, गरीबों को सिलेंडर में सब्सिडी, दिया जाएगा। पीएससी में गड़बड़ी की जांच सीबीआई को सौंप दिया गया है। उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि हर समाज के एक देवी या देवता होते हैं, लेकिन साहू समाज के दो आराध्य देवी मां राजिम एवं कर्मा माता है।
महासमुंद लोकसभा क्षेत्र के सांसद चुन्नीलाल साहू ने कहा कि राजिम को राजिम धाम के रूप में विकसित करने की आवश्यकता है। राजिम कुंभ के रूप में फिर से विकास करें और केंद्र की महत्वाकांक्षी प्रसाद योजना में जिस तरह से डोंगड़गढ़ में मां बम्लेश्वरी में विकास हो रहा है उसी तरह धर्म नगरी राजिम को सम्मिलित किया जाए।
छत्तीसगढ़ साहू संघ के प्रदेश अध्यक्ष टहल सिंह साहू ने सभा में समर्थन लेकर दो प्रस्ताव पास किए। जिनमें विधवा अपने बेटा बेटी के विवाह में मौर सौंप सकेंगी। दूसरा प्रस्ताव चुनाव प्रणाली में बदलाव । जिसका मौजूद लोगों ने ताली बजाकर समर्थन किया। राजिम भक्तिन माता समिति के अध्यक्ष लाला साहू भी मौजूद रहे।