बड़कागांव : तेली साहू समाज संघर्ष समिति के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष श्री कुंज बिहारी साव ने भारतीय जवान पी.के. साहू की गिरफ्तारी की घटना पर गहरा दुख और आक्रोश व्यक्त किया है। उन्होंने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इस मामले की गंभीरता को उजागर करते हुए कहा कि 23 अप्रैल 2025 को पंजाब के फिरोजपुर में 182वीं बटालियन बीएसएफ के जवान पी.के. साहू को पाकिस्तानी रेंजर्स ने गिरफ्तार कर लिया था। आज, 3 मई 2025 तक, यानी पूरे 10 दिन बाद भी, मोदी सरकार इस जवान को वापस लाने में पूरी तरह विफल साबित हुई है। इस घटना ने तेली साहू समाज में भारी असंतोष और रोष पैदा कर दिया है, और समाज ने सरकार से इस मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
कुंज बिहारी साव ने अपनी प्रेस विज्ञप्ति में आगे कहा, "आखिर तेली समाज का उपयोग केवल भाजपा को वोट देने और सीमा पर लड़ाई लड़ने के लिए ही क्यों किया जाता है? क्या हमारे जवानों की जान की कोई कीमत नहीं है? सरकार को इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए और पी.के. साहू को पाकिस्तान से वापस लाकर उनके परिवार तक पहुंचाने का कार्य करना चाहिए।" उन्होंने बताया कि साहू के माता-पिता अपनी संतान की चिंता में रो-रोकर बुरा हाल कर चुके हैं। साहू की पत्नी गर्भवती है और उनकी हालत अत्यंत नाजुक बनी हुई है। पूरा परिवार सरकार से बार-बार गुहार लगा रहा है कि उनके बेटे को जल्द से जल्द वापस लाया जाए, लेकिन अभी तक सरकार की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
इस घटना ने न केवल साहू के परिवार को, बल्कि पूरे तेली साहू समाज को गहरे सदमे में डाल दिया है। कुंज बिहारी साव ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि समय रहते पी.के. साहू को पाकिस्तान से वापस नहीं लाया गया, तो तेली साहू समाज संघर्ष समिति सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन और धरना देने के लिए मजबूर होगी। उन्होंने कहा, "हम शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांगें रख रहे हैं, लेकिन सरकार हमारी भावनाओं और धैर्य की परीक्षा न ले।"
तेली साहू समाज ने इस घटना को अपनी अस्मिता और स्वाभिमान से जोड़ते हुए इसे एक राष्ट्रीय मुद्दा बनाने का फैसला किया है। समाज के कई सदस्यों ने इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है और सरकार की निष्क्रियता पर सवाल उठाए हैं। साहू के परिवार की पीड़ा को देखते हुए समाज एकजुट हो गया है और उन्हें न्याय दिलाने के लिए हर संभव प्रयास करने को तैयार है।
पाकिस्तान और भारत के बीच पहले से ही तनावपूर्ण संबंधों के बीच इस घटना ने स्थिति को और जटिल बना दिया है। तेली साहू समाज ने मांग की है कि सरकार विदेश मंत्रालय के माध्यम से पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ तत्काल बातचीत शुरू करे और साहू की रिहाई की प्रक्रिया को तेज करे। समाज ने देशभर की अन्य सामाजिक और सैनिक संगठनों से भी इस मुद्दे पर समर्थन मांगा है, ताकि इस मामले को राष्ट्रीय स्तर पर उठाया जा सके और सरकार पर दबाव बनाया जा सके।
कुंज बिहारी साव ने अंत में सरकार से भावुक अपील करते हुए कहा, "हमारे जवान की जान अमूल्य है। उनके परिवार की पीड़ा को जल्द से जल्द खत्म करना सरकार का कर्तव्य है। हम उम्मीद करते हैं कि सरकार बिना किसी देरी के पी.के. साहू को सुरक्षित स्वदेश लाएगी। यदि ऐसा नहीं हुआ, तो हम आंदोलन के लिए तैयार हैं ।"