मध्य प्रदेश के सतना शहर में साहू तेली समाज के होनहार युवा नेता शुभम साहू की 5 मई 2025 को महादेव वार्ड में दिनदहाड़े नृशंस हत्या ने पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया है। इस बर्बर और सुनियोजित अपराध के विरोध में मध्य प्रदेश के विभिन्न साहू तेली राठौर समाज संगठनों ने सकल साहू समाज के आह्वान पर एकजुट होकर सतना के कलेक्टर को एक ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन के माध्यम से समाज ने दोषियों के खिलाफ तत्काल कठोर कार्रवाई, हत्यारों की शीघ्र गिरफ्तारी और कानूनी प्रक्रिया शुरू करने की मांग की है। समाज ने अपनी पीड़ा और आक्रोश व्यक्त करते हुए प्रशासन से इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने का आग्रह किया।
इस अवसर पर तेली वैश्य महासभा के प्रदेश अध्यक्ष हरिशंकर साहू, मैहर के जिला अध्यक्ष दीपक साहू, अखिल भारतीय तेली महासभा के राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष (छिंदवाड़ा) अशोक साहू, मध्य प्रदेश अखिल भारतीय तेली महासभा के प्रदेश अध्यक्ष राधेश्याम साहू, सतना के युवा मोर्चा अध्यक्ष दीपेंद्र साहू, शिव साहू (सतना), विनोद साहू (हटा), भरत साहू (हटा), मैहर के युवा जिला अध्यक्ष लक्ष्मी प्रसाद साहू, रमेश साहू (नागौद), खेमचंद साहू, और महेश साहू सहित हजारों साहू तेली समाज के कार्यकर्ता और समुदाय के सदस्य उपस्थित रहे। सभी ने एक स्वर में शुभम साहू की हत्या को न केवल एक व्यक्ति की हानि, बल्कि पूरे समाज पर हमला करार दिया।
शुभम साहू एक समर्पित और उज्ज्वल भविष्य वाले युवा नेता थे, जिन्होंने समाज के उत्थान के लिए कई कार्य किए। उनकी क्रूर हत्या ने न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे साहू तेली समाज को गहरा आघात पहुँचाया है। समाज ने ज्ञापन में बताया कि यह पहली घटना नहीं है; पिछले कई वर्षों से साहू समाज के लोगों को सुनियोजित ढंग से निशाना बनाया जा रहा है। झूठे मुकदमों, उत्पीड़न और प्रशासन की निष्क्रियता ने समाज के धैर्य की सीमा को तोड़ दिया है। समाज ने स्पष्ट किया कि अब वह चुप नहीं रहेगा और इस तरह की घटनाओं के खिलाफ एकजुट होकर संघर्ष करेगा।
ज्ञापन सौंपते समय समाज के नेताओं ने कहा कि शुभम साहू की हत्या ने समाज के प्रत्येक व्यक्ति को दुख और आक्रोश से भर दिया है। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि इस मामले की गहन जाँच की जाए, दोषियों को कठोर सजा दी जाए, और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस उपाय किए जाएँ। इस घटना ने साहू तेली समाज को एकजुट करने का काम किया है, और समाज ने संकल्प लिया है कि वे अपने अधिकारों और सम्मान के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।