पटना, 22 जून 2025: बिहार की राजधानी पटना ने 18 राज्यों के तैलिक साहू समाज के प्रतिनिधियों के साथ अखिल भारतीय तैलिक साहू महासभा, नई दिल्ली के दो दिवसीय अधिवेशन का गवाह बनकर इतिहास रचा। 30 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद पटना में आयोजित यह भव्य आयोजन रविवार को बीआईए हॉल में उत्साहपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ। खचाखच भरे हॉल में समाज की एकता, राजनीतिक भागीदारी, और जातीय गणना में सुधार की मांग गूंजी, जिसने तैलिक साहू समाज की सामाजिक और राजनीतिक शक्ति को प्रदर्शित किया।
केंद्रीय शहरी विकास राज्य मंत्री श्री तोखन साहू ने मुख्य अतिथि के रूप में अपने संबोधन में कहा, “तैलिक साहू समाज का बेटा आज देश का नेतृत्व कर रहा है, जो हम सभी के लिए गर्व की बात है। एकता में अपार शक्ति है। हमें समाज को बांटने वाली प्रथाओं को छोड़कर एकजुट होकर आगे बढ़ना होगा। केवल एकता से ही समाज और राष्ट्र प्रगति करेगा।” उन्होंने समाज के गौरवशाली इतिहास पर प्रकाश डालते हुए लोकतंत्र में उचित राजनीतिक भागीदारी की आवश्यकता पर जोर दिया। साहू ने तेली समाज को कमलापुरी, जौनपुरी, और जनकपुरी जैसे उपनामों से दूर रहकर एकजुट पहचान अपनाने का आह्वान किया।
राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जयदत्त क्षीरसागर ने समाज के लोगों से अपने नाम के आगे ‘तेली’ लिखने की अपील की। उन्होंने कहा, “कमलापुरी, जौनपुरी जैसे उपनाम समाज को बांटते हैं और पहचान में बाधा उत्पन्न करते हैं। हमें एकजुट होकर अपनी ताकत दिखानी होगी।” राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष श्री मुकेश कुमार नंदन ने बिहार में तेली साहू समाज की 70 लाख की आबादी का हवाला देते हुए कहा, “हमारी जनसंख्या के अनुपात में हमें केवल नौ विधायक मिले हैं, जो हकमारी है। हमें विधानसभा चुनाव में जनसंख्या के आधार पर टिकट चाहिए। जो दल हमें अधिक टिकट देगा, हम उसके साथ होंगे।”
धनबाद के सांसद श्री ढुल्लू महतो ने समाज की मेहनत और संघर्ष की भावना को रेखांकित करते हुए कहा, “तेली समाज मेहनत के दम पर आगे बढ़ता है। कोई हमें दबा नहीं सकता। हमें ऐसी स्थिति बनानी होगी कि राजनीतिक दल हमारे पास आएं और हमारे समाज को टिकट दें।” राज्यसभा सांसद श्रीमती धर्मशिला गुप्ता ने एकता पर बल देते हुए कहा, “हमें एकजुट होकर अपने हक के लिए लड़ना होगा। तेली समाज की प्रगति एकता में ही निहित है।”
भाजपा ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री संगम लाल गुप्ता ने आयोजन की भव्यता की सराहना की। उन्होंने कहा, “30 साल बाद बिहार में इतना शानदार आयोजन हुआ। श्री मुकेश कुमार नंदन और उनकी टीम की मेहनत ने इसे यादगार बनाया।” छत्तीसगढ़ के विधायक श्री संदीप साहू ने युवाओं की जागरूकता पर जोर देते हुए कहा, “तेली समाज के युवा अब जाग चुके हैं। हमें हर हाल में अपना हक चाहिए।” नेपाल के पूर्व गृह मंत्री श्री भरत साह ने स्पष्ट शब्दों में कहा, “जो दल तेली समाज को टिकट नहीं देगा, उसे हम वोट भी नहीं देंगे।”
पहले दिन राष्ट्रीय कार्य समिति की बैठक में 11 सूत्री राजनीतिक प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें बिहार विधानसभा चुनाव में जनसंख्या के अनुपात में टिकट की मांग प्रमुख थी। राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जयदत्त क्षीरसागर के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने बिहार के उपमुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी, उपमुख्यमंत्री श्री विजय कुमार सिन्हा, बिहार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री दिलीप कुमार जायसवाल, और बिहार भाजपा प्रभारी श्री विनोद तावड़े से मुलाकात कर उचित राजनीतिक भागीदारी की मांग रखी। प्रतिनिधिमंडल ने जातीय गणना में सुधार और समाज की एकीकृत पहचान सुनिश्चित करने की भी अपील की।
इस अधिवेशन में राष्ट्रीय महामंत्री श्री रामलाल गुप्ता, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष श्री अमरेंद्र साहू, बड़का गांव की पूर्व विधायक सुश्री अंबा प्रसाद, महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती ममता साहू, स्वागत समिति के अध्यक्ष श्री हर नंदन प्रसाद, बिहार तैलिक साहू समाज के प्रदेश महामंत्री श्री सुरेश साहू, श्री राकेश कुमार, श्री राकेश नंदन, श्री अनिल कुमार, श्री प्रवीण कुमार, श्री आर्य नंदन, श्री हर्ष नंदन, श्री आदित्य राज, श्री सुमित कश्यप सहित 18 राज्यों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
यह अधिवेशन तेली साहू समाज की एकता और राजनीतिक जागरूकता का प्रतीक बन गया। आयोजकों की मेहनत और समाज के उत्साह ने इसे ऐतिहासिक बनाया। यह आयोजन न केवल समाज की मांगों को सामने लाया, बल्कि भविष्य में राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर और अधिक सक्रियता की नींव रखी।