लखनऊ, 31 जुलाई 2025: भारतीय तैलिक साहू राठौर महासभा, उत्तर प्रदेश ने सलेमपुर (लोकसभा क्षेत्र 71, जनपद देवरिया) के निर्वाचित सांसद श्री रमाशंकर राजभर द्वारा तेली समाज के खिलाफ की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में कड़ा रुख अपनाया है। गुरुवार को लखनऊ में समाज के युवा प्रदेश अध्यक्ष श्री रमाशंकर साहू (एडवोकेट) और उत्तर प्रदेश राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य, साथ ही जिला इकाई लखनऊ के जिला अध्यक्ष श्री अरुण साहू के नेतृत्व में तेली समाज के कार्यकर्ताओं और सदस्यों ने एकजुट होकर जोरदार प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन का उद्देश्य सांसद की टिप्पणी के खिलाफ न्याय की मांग करना और समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले इस कृत्य की निंदा करना था।
सांसद रमाशंकर राजभर ने 27 जुलाई को शुभम गुप्ता की एक सोशल मीडिया पोस्ट पर टिप्पणी की थी, जिसमें उन्होंने लिखा, "हिंदू धर्म में तेली का मुंह देखना पाप है।" यह टिप्पणी सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद देशभर के तेली समाज में गहरा आक्रोश और दुख फैल गया। इस बयान को समाज के लिए अपमानजनक और सामाजिक सौहार्द को नुकसान पहुंचाने वाला माना गया। तेली समाज ने इसे न केवल व्यक्तिगत अपमान, बल्कि सामाजिक एकता को कमजोर करने और वर्ग संघर्ष को बढ़ावा देने का प्रयास करार दिया।
प्रदर्शन के दौरान, तेली समाज के कार्यकर्ताओं ने लखनऊ के जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें सांसद के खिलाफ तत्काल जांच और उचित कार्रवाई की मांग की गई। ज्ञापन में स्पष्ट रूप से कहा गया कि इस तरह की टिप्पणी न केवल समाज की भावनाओं को आहत करती है, बल्कि सामाजिक सद्भाव और समरसता को भी खतरे में डालती है। समाज ने मांग की कि इस प्रकरण की गहन जांच की जाए और दोषी के खिलाफ कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न दोहराई जाएं।
प्रदर्शन में श्री अरुण साहू (जिला अध्यक्ष, लखनऊ), श्री सोनू साहू, श्री विनोद साहू, श्री शिवसागर साहू, श्री बबलू गुप्ता, श्री धर्मेंद्र राठौर, श्री सनी साहू, श्रीमती अर्चना साहू (महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष), श्रीमती ज्योति साहू (महिला जिला अध्यक्ष), श्रीमती विंदेश्वरी साहू, श्री सतीश साहू (पूर्व सभासद, वशिरतगंज वार्ड, लखनऊ), श्री चक्रधर साहू, श्री उमाशंकर साहू, श्री रामसेवक साहू (जिला महामंत्री), श्री बबलू गुप्ता, श्री अजीत कुमार गुप्ता, श्री अजय गुप्ता (एडवोकेट), श्री संजीव राठौर (एडवोकेट), और श्री शैलेश साहू सहित कई अन्य कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। सभी ने एक स्वर में सांसद की टिप्पणी की कड़े शब्दों में निंदा की और समाज की एकता और सम्मान की रक्षा के लिए संकल्प लिया।
श्री रमाशंकर साहू ने अपने संबोधन में कहा, "तेली समाज ने हमेशा सामाजिक सौहार्द और एकता को बढ़ावा दिया है। सांसद की इस तरह की टिप्पणी निंदनीय है और समाज इसे बर्दाश्त नहीं करेगा। हम न केवल इस प्रकरण में न्याय की मांग करते हैं, बल्कि समाज के हर व्यक्ति को यह संदेश देना चाहते हैं कि हम अपने सम्मान के लिए लड़ने में सक्षम हैं।" श्री अरुण साहू ने भी समाज के कार्यकर्ताओं को एकजुट रहने और इस तरह के अपमानजनक कृत्यों के खिलाफ आवाज उठाने का आह्वान किया।
महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती अर्चना साहू ने कहा कि तेली समाज की महिलाएं भी इस आंदोलन में कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि समाज की एकता और सम्मान को कोई भी कमजोर नहीं कर सकता। प्रदर्शन में शामिल सभी कार्यकर्ताओं ने यह संकल्प लिया कि वे तेली समाज के हितों की रक्षा के लिए हर स्तर पर संघर्ष करेंगे, चाहे वह सामाजिक हो, राजनीतिक हो, या कानूनी।
इस प्रदर्शन और ज्ञापन के माध्यम से तेली समाज ने न केवल अपनी एकता का प्रदर्शन किया, बल्कि यह भी स्पष्ट किया कि वे अपने सम्मान और अधिकारों के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। समाज ने प्रशासन से अपील की कि इस मामले में शीघ्र और निष्पक्ष जांच की जाए, ताकि सामाजिक न्याय और समरसता को बनाए रखा जा सके। यह घटना तेली समाज के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है, जो समाज को और अधिक संगठित और सशक्त बनाने की दिशा में प्रेरित करेगी।