रायपुर, २०२५: छत्तीसगढ़ प्रदेश साहू संघ के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों का शपथ ग्रहण समारोह रविवार को राजधानी रायपुर के टिकरापारा स्थित भामाशाह छात्रावास में भव्य और उत्साहपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ। इस समारोह में उपमुख्यमंत्री अरुण साव मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए, जबकि पूर्व गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू और विधायक मोतीलाल साहू अतिविशिष्ट अतिथियों के रूप में उपस्थित रहे। निर्वाचन अधिकारी रूपेश साहू ने सभी नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई, जिसने इस आयोजन को और भी गरिमामय बनाया।
उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने अपने संबोधन में कहा कि तीन दशकों के बाद साहू समाज में निर्विरोध निर्वाचन होना सामाजिक एकता और परिपक्वता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि सामान्यतः चुनाव मतभेद और प्रतिस्पर्धा को जन्म देते हैं, जिससे संगठन में तनाव पैदा होता है, लेकिन निर्विरोध निर्वाचन से समाज में समरसता, विश्वास, और सौहार्द्र का वातावरण निर्मित होता है। यह संगठन की शक्ति को दोगुना करता है और समाज के विकास को तीव्र गति प्रदान करता है। उन्होंने साहू समाज से एकजुट होकर सामाजिक और आर्थिक प्रगति की दिशा में कार्य करने का आह्वान किया।
पूर्व गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि यह निर्विरोध निर्वाचन केवल एक प्रशासनिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि सामाजिक एकता और परस्पर सहयोग का एक मजबूत उदाहरण है। उन्होंने जोर देकर कहा कि संगठन की मजबूती तभी संभव है, जब सभी पदाधिकारी सामूहिक नेतृत्व की भावना के साथ कार्य करें और समाज को शिक्षा, उद्यम, और सामाजिक समरसता की दिशा में ले जाएं। विधायक मोतीलाल साहू ने बताया कि इस बार अध्यक्ष पद के लिए १२ उम्मीदवार सामने आए थे, लेकिन वरिष्ठ नेताओं के मार्गदर्शन में सभी ने सहमति बनाकर सामाजिक एकता को प्राथमिकता दी। उन्होंने कहा कि यह निर्विरोध निर्वाचन समाज के लिए एक अमूल्य धरोहर है, जो समय और संसाधनों की बचत के साथ-साथ आपसी भाईचारे को भी सुदृढ़ करता है।
इस निर्वाचन में डॉ. नीरेंद्र साहू को प्रदेश अध्यक्ष, सत्यप्रकाश साहू, तिलक साहू, और साधना साहू को उपाध्यक्ष, डॉ. सुनील साहू और चंद्रावती साहू को संगठन सचिव, तथा प्रदीप साहू और बीना साहू को संयुक्त सचिव के रूप में निर्विरोध चुना गया। समारोह में समाज के प्रबुद्धजनों और कार्यकर्ताओं की भारी उपस्थिति ने इस आयोजन को ऐतिहासिक बना दिया। नेताओं ने समाज के युवाओं और महिलाओं से शिक्षा, कौशल विकास, और सामाजिक कार्यों में सक्रिय भागीदारी का आह्वान किया, ताकि साहू समाज छत्तीसगढ़ और देश की प्रगति में और अधिक योगदान दे सके।