दुर्ग, 2025। दुर्ग जिला साहू संघ के तत्वावधान में रविवार को गोंडवाना भवन में आयोजित 34वां युवक-युवती परिचय सम्मेलन ऐतिहासिक रहा। पूरे जिले भर से सैकड़ों परिवार अपने बेटे-बेटियों को लेकर पहुंचे। मंच पर कुल 350 से अधिक युवक-युवतियों ने आत्मविश्वास के साथ अपना परिचय दिया। इस बार सबसे खास बात यह रही कि युवतियों की संख्या और उनकी बेबाकी दोनों ही रिकॉर्ड स्तर पर थीं।

मंच पर खुलकर बोलीं बेटियाँ युवतियों ने एक स्वर में कहा – हमें ऐसा जीवनसाथी चाहिए जो शराब, सिगरेट, तंबाकू या किसी भी तरह का नशा न करता हो, मांसाहार से दूर रहे, स्वावलंबी हो, अच्छा कमाता हो और सबसे बड़ी बात – अपने साथ-साथ हमारे माता-पिता का भी पूरा सम्मान करे। कई युवतियों ने साफ कहा कि वे आदर्श विवाह करना चाहती हैं ताकि फिजूलखर्ची रुके, दहेज प्रथा पूरी तरह खत्म हो और समाज में एक नया संदेश जाए। युवकों ने भी इन बातों का पुरजोर समर्थन किया।
डॉक्टर, इंजीनियर, उद्यमी से लेकर सरकारी अधिकारी तक परिचय देने वालों में डॉक्टर, इंजीनियर, व्यवसायी, शिक्षक, बैंक अधिकारी, PSC में चयनित युवा और कई सरकारी पदों पर कार्यरत युवक-युवती शामिल थे। समाज ने रिश्तों को पक्का करने के लिए अलग से रिश्ता पंडाल भी बनवाया था, जहाँ परिवार आपस में सीधी बात कर रहे थे।
समाज की नई पहल – मांगलिक पत्रिका “परिचायिका” का विमोचन कार्यक्रम में समाज की बहुप्रतीक्षित मांगलिक पत्रिका “परिचायिका” का भव्य विमोचन किया गया। इसमें 1000 से ज्यादा पंजीकृत विवाह योग्य युवक-युवतियों का फोटो, पूरा बायोडाटा और संपर्क विवरण प्रकाशित है। पिछले वर्ष भी इसी पत्रिका के जरिए सैकड़ों रिश्ते पक्के हुए थे।
बच्चों ने दी सांस्कृतिक प्रस्तुति, युवाओं ने किया रक्तदान कार्यक्रम में बच्चों ने छत्तीसगढ़ी लोक नृत्य और गीत प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया। युवाओं ने रक्तदान शिविर में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और मानवता का संदेश दिया। मौके पर ही मुफ्त स्वास्थ्य जांच कैंप भी लगा, जिसमें सैकड़ों लोगों की ब्लड प्रेशर, शुगर आदि जांची गई।
मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री ताम्रध्वज साहू ने दी नसीहत मुख्य अतिथि वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि समाज ने 1961 में जो नियमावली बनाई थी, उसका पालन पहले पूरी तरह होता था, लेकिन अब उसमें ढीलापन दिख रहा है। समय के साथ नियमावली में बदलाव जरूरी है। अंतरजातीय विवाह पर समाज को गंभीरता से विचार करना होगा। संगठन के चुनाव में होने वाला पैसों का खर्च भी बड़ा मुद्दा है – इसे पूरी तरह रोकना होगा।
प्रदेश अध्यक्ष डॉ. नीरेंद्र साहू बोले – नियमावली ही हमारी ताकत प्रदेश अध्यक्ष डॉ. नीरेंद्र साहू ने कहा कि छत्तीसगढ़ साहू समाज का 1961 में पंजीयन हुआ और तभी से हम एक मजबूत नियमावली के साथ चल रहे हैं। हमें अपने पुरखों की बनाई इस व्यवस्था को और मजबूत करना है। सभी युवा नियमावली को ध्यान से पढ़ें और जहाँ कमी लगे, पदाधिकारियों को जरूर बताएं।
जिलाध्यक्ष नंदलाल साहू का दावा – हम ही परिचय सम्मेलन के जनक जिलाध्यक्ष नंदलाल साहू ने गर्व से कहा कि युवक-युवती परिचय सम्मेलन की शुरुआत सबसे पहले साहू समाज ने ही की थी। इस बार PSC परीक्षा की तैयारी के लिए 116 बच्चों को निशुल्क कोचिंग दिलाई गई, जिसमें 10 बच्चे सफल भी हुए। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सिलाई, ब्यूटी पार्लर आदि का प्रशिक्षण भी चल रहा है। हनोदा में 2.32 एकड़ जमीन पर 5 करोड़ की लागत से भव्य सामुदायिक भवन बनने वाला है।
कार्यक्रम का संचालन महासचिव राकेश साहू व दिलीप साहू ने किया। आभार दिव्या कलिहारी ने जताया। पूरी जानकारी मीडिया प्रभारी राकेश साहू ने दी।
समाज अब नशामुक्त, दहेजमुक्त और फिजूलखर्ची मुक्त विवाह की नई मिसाल कायम करने जा रहा है।
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