कर्मा माता देवी हमारे, भाव उज्जवल कीजिए ।
छोड दैवे छल कपट को, मानसिक बल दीजिए ।
सत्य की बोले भाषाएं, सत्य को धारण करें ।
हर्ष में मग्न सारे शोक सागर से तरे ।
सभा सम्मेलन रें, सदा पर उपकार को ।
धर्म मर्यादा चलाकर लाभ दे समाज को ।
नित्य श्रद्धा भक्ती से स्मरण मां की करते रहे
रोग पीडित लोगों के संताप सदा करते रहें ।
भावना मिट जाए मन से पाप अत्याचार ।
कामाएं पूर्ण होवें साहू वंश नर नार की ।
स्वार्थ भाव मिटे हमारा समाज पथ विस्तार हो ।
हाथ जोड झुकाएं मस्तक वंदना हम करे रहे ।
करूणामयी मां कर्मा की कृपा हस सब पर रहे ।
कर्मा माता देवी हमारी भाव उज्ववल कीजिए ।
छोड दैवे छल कपट को, मानसिक बल दीजिए ।