जय राजिम जय कर्मा मैया, महिमा तेरी अपार है;
तुमको बारंबार नमन माँ, कोटि कोटि प्रणाम है....
भक्त शिरोमणि तुम कहलातीं, जाने सब संसार है;
ज्ञान भक्ति व कर्मा संगम, अद्भुत ये अवतार है ।
एक राजिम नगर में जन्मी, एक झांसी की शान है ;
तुमको बारंबार नमन माँ, कोटि कोटि प्रणाम है....
कर्मयोग की राह चली माँ, राजिम बनी महान है;
संगठन में शक्ति है, कर्मा ने दिया ये ज्ञान है।
तेली वंश की गौरव तुम। कुल की स्वाभिमान हैं;
तुमको बारंबार नमन माँ, कोटि कोठि प्रणाम है.....
एक ने विष्णु की भक्ति में, त्याग दिए जब प्राण है;
एक की खिचडी खाने आये, स्वयं कृष्ण भगवान है ।
धन्य धन्य तुम्हारी भक्ति, करते सभीं बखान है;
तुमको बारंबार नमन माँ, कोटि कोटि प्रणाम है......
एक रहें और नेक करें हम, यही राष्ट्र निर्माण है;
माँ राजिम और माँ कर्मा के जीवन का ये सार है ।
हम सब तेरी राह चले माँ, युग ने छेडी तान है;
तुमको बारंबार नमन माँ, कोटि कोटि प्रणाम है....