कसडोल तहसील के ग्राम सर्वा के मध्यमवर्गीय परिवार में जन्में हंसमुख स्वभाव के धनो श्री मेलाराम साहू किशोरावस्था से ही क्षेत्रवासियों की मदद के लिए सदैव तत्पर रहते है। समाजसेवा की भावना से भारतीय जनता पार्टी का झण्डा थामकर क्षेत्र के विकास के लिए निरंतर अग्रसर है। श्री साहू ने लोकप्रियता नहीं वरन लोकहित को सर्वोपरि मानकर समाज के सभी वर्गों के विकास के लिए दृढ़ संकल्पित है। श्री साहू अत्यंत ही हुदाल प्रवृत्ति के साथ अपनी संस्कृति, अपनी सभ्यता से बेहद प्यार करने वाले है। समाज व्यक्तित्व विकास के साथ सामूहिक भाईचारा का भी पाठ पढ़ाता है। साहू समाज की सादगी के साथ रहन-सहन की जीवन शैली बरबस ही सभी को अपनी ओर आकर्षित करते हैं।
सामान्य परिवार से होने के बाद भी जीवन में कभी भी निरासा का भाव नहीं पैदा होने दी। हर परिस्थिति का डटकर सामना किया। आज वो इस मुकाम पर हैं कि सभी उन्हें सम्मान व अपनापन के नजर से देखते हैं। मिलते वक्त हमेशा अपने चेहरे पर हंसी को रखकर जिंदादिलो के साथ मिलते हैं। बचपन से ही कुछ अलग करने की चाह रखते थे। पढ़ाई जीवन में हमेशा अग्रणी रहें श्री साहू जी बताते हैं कि उनका मन शुरू से ही पढ़ाई के प्रति आकर्षित रहता था। कक्षा 6वीं में होते हुए आठवी तक की कक्षा मॉनिटर का काम बड़ी की कुशलता के साथ करते थे। 6वीं से 8वीं तक लगातार कक्षा मॉनिटर का दायित्व संभाले । कक्षा 6वीं में शाला नायक होने के नाते ध्वजारोहण का अवसर मिला वह हमेशा प्रेरणादायक रहा। खेलों के प्रति आपको लगाव बहुत ज्यादा था। कबड़ी व खो-खो में आपको अच्छी खासी पकड़ थी। आपको 7वीं कक्षा में खेल के लिए नॉक स्तरीय सम्मान मिला। बारहवीं तक शिक्षा ग्रहण के पश्चात आर्थिक स्थिति को और बेहतर बनाने के उद्धेश्य से व्यवसाय की ओर अपने आप को केन्द्रित किए। घर का किराना व्यवसाय को बड़े भैया के दिल्ली जाने के कारण आपको संभालना पड़ा लगभग 5वर्ष तक कुशलता के साथ व्यवसाय की जिम्मेदारी पूरी की। बड़े भैया के दिल्ली वापसी के बाद आपने किराना की जिम्मेदारी से अपने आप को मुक्त कर लिए।
सेवा के क्षेत्र में आगमन:
छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष माननीय गौरीशंकर अग्रवाल जी के स्पष्टवादिता एवं दूरदर्शी सोच के व्यक्तिव से प्रभावित होकर राजनीति के क्षेत्र में प्रवेश लिए। सन् 2003 से राजनीति के माध्यम से सेवा कार्य करने के उद्धेश्य से काम करना प्रारंभ किए। भाजपा पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में सदस्यता ग्रहण करके पार्टी की विचारधाराओं को जन-जन तक पहुँचाने का काम किए। पार्टी के व्यापार एवं उद्योग समिति का जिला कार्यकारी सदस्य बनें । सन् 2005 में कसडोल मण्डी का व्यापारी प्रतिनिधी बनाया गया। दोंनो दायित्वों का कुशलता के साथ निर्वहन कर अपनी अलग छबि बनाने में सफल रहे। सन् 2008 में भाजपा पार्टी की ओर से जिला पंचायत का अधिकृत प्रत्याशी बनाया गया। जिसमें हार का सामना करना पड़ा। पार्टी के कामों में अपने आप को निरंतर जोड़कर कार्य करते रहे। श्री अग्रवाल जी के विधानसभा चुनाव के समय दो बूथ जोन के संचालन का जिम्मा संभाला। उन बूथों पर भारी सफलता मिली। 4 फरवरी 2015 में त्रिस्तरीय पंचायती राज का कसडोल जनपद पंचायत का क्षेत्र क्रमॉक 4 से चुनाव लड़ा। इस चुनाव में भारी सफलता मिली। अभी वर्तमान में सभापति संचार एवं उद्योग संकर्म जनपद पंचायत कसडोल का दायित्व, सदस्य आबकारी विभाग व सहकारिता उद्योग समिति के सदस्य का दायित्व का निर्वहन कर रहे है। क्षेत्र के लोंगो की मदद करके शुकून का अहसास करते हैं। | समाज सेवा के कार्यो में आपकी भागीदारी काफी रहती है। समाज विकास एवं उत्थान की दिशा में होने वाले सभी प्रयासों में अपने विचार रखकर उन्नति के लिए प्रयास करते रहते हैं। सामाजिक बैठकों में आपकी उपस्थिति सदैव रहती है। सन् 2010 से साहू समाज के समुचित विकास के लिए निरंतर कार्य करते आ रहे है। बिना कोई पद लालसा के इस पुनित कार्य को कर रहे हैं। आपका मानना हैं कि समाज सेवा के कार्य के लिए किसी पद-प्रतिष्ठा की आवश्यकता नहीं होती। समाज ने हमकों जो दिया हैं उनका एक प्रतिशत भी सच्ची निष्ठा व ईमानदारी से दे तो विकासशील समाज की श्रेणी में और आगे बढ़ जायेंगे।
युवा पीढ़ी की भूमिका:
आज के दौर में किसी भी बदलाव के लिए युवाओं का बहुत बड़ा रोल रहता है। समाज के समुचित एवं संगठित उत्थान के लिए उन्हें प्रेरित करने का भरपूर प्रयास करना चाहिए। चाहे समाजसेवा का क्षेत्र या राजनीति का हमेशा की युवा पीढ़ी ने अपनी भूमिका का परिचय दिया है। युवा समाज में सामाजिक, आर्थिक व नवनिर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। वे देश व समाज में प्रचलित कुप्रथाओं एवं अंधविश्वासों को समाप्त करने में सहायक सिद्ध हो सकते हैं। युवाओं को उचित मार्गदर्शन के साथ उनकी क्षमताओं का सदुपयोग किया जाए। उन्हें हमेशा सकारात्मक कार्य में भागीदार बनाना चाहिए। नि:संदेह आज की युवा पौढ़ी सामाजिक बदलाव में अपनी महती भूमिका का निर्वहन कर सकता है।
जीवन का आदर्श:
बड़े-बुजुर्गों को अपना आदर्श मानने वाले श्री साहू निरंतर अपने जीवन में कार्य करते हुए अग्रसर है। आदरभाव के साथ उनके मान-सम्मान की सदैव चिन्ता करते हैं। बड़े-बुजूर्गों से उनके अनुभवों की गाथा को जीवन में उतारकर समुचित एवं संगठित विकास के लिए कार्य करने की प्रेरणा हमेशा मिलती हैं। विकास की भावना को संजोकर परिवार, समाज एवं प्रदेश के विकास में सहभागी बन सकते है।
राजनीतिक आदर्श
माननीय अटलबिहारी वाजपेयी, माननीय डॉ. रमन सिंह व माननीय गौरीशंकर अग्रवाल को मानते है। व्यक्तित्व विकास एवं सामाजिक उत्थान के लिए इनके द्वारा किए गए कार्य सदैव प्रशंसनीय एवं अनुकरणीय रहे है। इनके जीवन से प्रेरणा लेकर सेवा के कार्य को निरंतर अपने जीवन में आगे बढ़ा रहे हैं।