गिरिडीह : तेली साहू समाज संघर्ष समिति ने गिरिडीह में भामाशाह जयंती को बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया। इस अवसर पर समिति के सदस्यों ने भामाशाह के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनके योगदान को याद किया। इस समारोह में तेली साहू समाज ने सरकार से भामाशाह जयंती के दिन को सरकारी अवकाश घोषित करने की मांग की, ताकि इस महान देशभक्त और दानवीर को देशव्यापी स्तर पर सम्मान दिया जा सके।
प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष भागवत साह ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, "भामाशाह जैसे महान व्यक्तित्व ने देश की रक्षा और स्वतंत्रता के लिए अपनी समस्त संपत्ति महाराणा प्रताप को दान में दे दी थी। उनकी देशभक्ति और त्याग की भावना आज भी हर भारतीय के लिए प्रेरणादायक है। हमारी मांग है कि सरकार अन्य महापुरुषों की तरह भामाशाह जयंती पर भी सरकारी अवकाश घोषित करे, ताकि उनकी स्मृति को सम्मान मिले और युवा पीढ़ी उनके जीवन से प्रेरणा ले सके।" उन्होंने आगे कहा कि भामाशाह की जयंती को राष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाना चाहिए, जिससे देशभक्ति की भावना को और बल मिले।
प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य तारिक साव ने भी इस अवसर पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा, "भामाशाह जयंती केवल तेली साहू समाज तक सीमित नहीं रहनी चाहिए। यह सभी समुदायों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत है। भामाशाह ने जो बलिदान दिया, वह पूरे देश के लिए गर्व का विषय है। हम चाहते हैं कि हर समुदाय इस जयंती को उत्साह के साथ मनाए और उनके जीवन से सीख ले।" तारिक साव ने यह भी जोड़ा कि भामाशाह का जीवन हमें सिखाता है कि देश के लिए त्याग और समर्पण की भावना कितनी महत्वपूर्ण है।
इस मौके पर शिवशंकर साहू ने भामाशाह के योगदान को विस्तार से याद करते हुए कहा, "भामाशाह ने देश की सुरक्षा और स्वतंत्रता के लिए अपनी सारी संपत्ति महाराणा प्रताप को दान कर दी थी, ताकि वे मुगलों के खिलाफ युद्ध लड़ सकें। आज के परिप्रेक्ष्य में, जब देशभक्ति की भावना हर नागरिक के लिए अनिवार्य हो गई है, भामाशाह का यह बलिदान हमें प्रेरित करता है। उनकी जयंती को सरकारी अवकाश घोषित करना उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।" उन्होंने यह भी कहा कि भामाशाह जैसे व्यक्तित्व को सम्मान देना हर भारतीय का कर्तव्य है।
कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन राजकिशोर साहू ने किया। उन्होंने सभी उपस्थित लोगों और आयोजकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि भामाशाह जयंती का यह आयोजन समाज में एकता और देशभक्ति की भावना को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने सरकार से इस मांग पर गंभीरता से विचार करने की अपील भी की।
इस समारोह में तेली साहू समाज के कई प्रमुख सदस्य और कार्यकर्ता उपस्थित थे। इनमें परमानंद साहू, प्रमोद साव, गोपाल साव, चुरामन साव, चेतलाल साव, टिंकू साव, नरेश साव, मनोज खत्री, जीतन साव और अन्य गणमान्य लोग शामिल थे। सभी ने एक स्वर में भामाशाह जयंती को सरकारी अवकाश घोषित करने की मांग का समर्थन किया और इस दिशा में एकजुट होकर प्रयास करने का संकल्प लिया।
तेली साहू समाज ने इस अवसर पर यह भी कहा कि भामाशाह की जयंती को केवल एक औपचारिक आयोजन तक सीमित नहीं रखा जाना चाहिए, बल्कि इसे एक राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाया जाना चाहिए। समाज ने सरकार से अपील की कि इस मांग पर जल्द से जल्द विचार किया जाए, ताकि भामाशाह जैसे महान व्यक्तित्व को वह सम्मान मिले, जिसके वे हकदार हैं। इस आयोजन ने न केवल भामाशाह के प्रति श्रद्धा व्यक्त की, बल्कि समाज में देशभक्ति और एकता की भावना को भी प्रज्वलित किया।