खानपुर. राठौर तैलिक महासंघ की संभागीय बैठक रविवार को झालावाड़ रोड स्थित रॉयल पैलेस होटल में हुई। इसमें प्रदेश संयोजक लादूलाल तेली ने कहा कि राजस्थान में तैलिक, साहू व घाची समाज की 35 लाख के बराबर आबादी है। हर चुनाव में समाज की निर्णायक भूमिका रहती है, इसके बावजूद दोनों राजनीतिक पार्टियों द्वारा समाज की उपेक्षा की जाती रही है।
उन्नाव साहू समाज के द्वारा प्रतिवर्ष के अनुसार इस साल भी महात्मा गांधी जयंती के अवसर पर संत कर्मा बाई स्कूल में हाईस्कूल तथा इंटर में प्रतिभावान छात्र-छात्राओं का सम्मान समारोह आयोजित किया गया था । इस अवसर पर छात्र छात्राओं को प्रशस्ति पत्र और पुरस्कार देकर साहू समाज के द्वारा सम्मानित किया गया । साहू समाज ने छात्र छात्राओं की मनोबल को बढ़ाने के लिए ऐसे कार्यक्रम के आयोजन का संकल्प लिया ।
कन्नौज । लखनऊ से इटावा जारहे तैलिक महासभा के प्रदेश अध्यक्ष वसीतापुर के सदर विधायक का बेहरिन में समाज के लोगों ने जोरदार स्वागत किया। सीतापुर के विधायक व तैलिक महासभा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश राठौर लखनऊ से इटावा जाते समय बेहरिन गांव में । समाज के लोगों ने उनका जोरदार स्वागत किया इस अवसर पर मौजूद समाज के लोगों से प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि वो अपने परिवार के लोगों को
१) भारतीय इतिहास सुरूचहोतो तेल्यापासून- प्राचीन भारतीय पहिला सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य हा तेली होता. २) तेली म्हणजे तेल काढून विकणारे,हा एक संकुचित अर्थ आहे. उलट तेली लोकांनी बियांपासून जो रस काढून उपयोगात आणला, त्याला तेल हे नाव मिळाले. ३)तेली हा शब्द त्रिलिंगीशब्दापासून तैलिंगी - तैलिक -तैली -तेली असा उत्क्रांत झाला आहे.ज्याचा अर्थ - तीन चिन्हे किंवा वर्णातील असा होतो. म्हणजे तेली क्षत्रिय, ब्राह्मण व वैश्य या तीन ही वर्णात होते. ४) शाक्यमुनी म्हटले गेलेले तथागत गौतम बुद्ध सुद्धा तेली होते, त्यामुळे तेली सम्राटांनी बौद्ध धर्माचा स्वीकार, प्रचार व प्रसार केला.
ईश्वर बाळबोधे अध्यक्ष राष्ट्रवादी कांग्रेस महाराष्ट्र ओबीसी सेल
देश के सभी तेली भाई और बहनों को जय भारत । आजादी के बाद देशभर में तेली इकट्ठा होने लगे हैं । देर हो गई थी क्योंकि इसके पहले ब्राह्मण बनिया क्षत्रिय जातियां अपना संगठन बल खड़ा कर रहे थे, उन्होंने आजादी अपने पास ही सीमित रख दी थी । तेली जाति का समूह का जब जब विकास का मौका आएगा तो उन जातियों को विकास का मौका आया तो उनको जातियों के नाम पर बांट के उनके विकास का रास्ता बंद किया गया ।