Sant Santaji Maharaj Jagnade
बलौदाबाजार तहसील के ग्राम रसेड़ा में एक सामान्य कृषक परिवार श्री श्याम लाल साहू के घर 21.10.1974 को द्वितीय पुत्र के रूप में जन्म हुआ, बी.पी. साहू उन्म से ही जुझारू एवं बहुमुखी प्रतिभा के धनी रहे हैं घर की आर्थिक स्थिति सही नहीं होने के कारण शिक्षा बीच में ही छोड़कर घर के कार्यों में सहयोग करना आरंभ किया। शुरुआत में पशुपालन दुग्ध व्यवसाय से आरंभ किया एवं सन् 1988 से 2007 तक घर के किराना व्यवसाय को आगे बहाया।
सामाजिक सोच को मूर्त रूप देने में लगे युवाओं की सोच को प्रमुखता के साथ रखते हुए धनराज साहू ने बहुत ही कम समय में अपने आप को स्थापित किया। यह उनकी मेहनत एवं लगन से संभव हो पाया। बचपन से ही पिताजी से प्रेरणा लेते हुए समाज एवं क्षेत्र में विकास हेतु अपना योगदान दे रहे है।
संत संताजी अध्यासन - तेली समाज
ये बंधे थे मुनगासेर के परिणय सूत्र में
15 मई 1975 ई. गुरूवार का वह | ऐतिहासिक दिन जब मुनगासेर में 27 जोड़े विवाह बंधन में बंधे थे। सामूहिक आदर्श विवाह में सात फेरे लेने वाले इन 27 जोड़ों की तलाश 40 साल बाद 2016 में करना, तराजू में एक किलो मेढ़क को तौलने के बराबर लगता है। बावजूद साहू समाज के हमारे जीवट और कर्मठ साथियों ने बड़े बुजुर्गो से जानकारी लेकर अधिकतम प्रयास के बावजूद 13-14 जोड़े का नाम ही संकलित कर पाए।
स्व. कृष्णा राम साहू ग्राम मुनगासेर के निवासी, बाल्यकाल से ही कुछ नया करने की सदिच्छा। सन् 1975 में संपन्न 'आदर्श-सामूहिक विवाह' कार्यक्रम के मजबूत स्तम्भ रहे हैं, इनका सम्बन्ध युग निर्माण के प्रवतर्क पं. श्रीराम शर्मा आचार्य हरिद्वार से हो रहा है। इन्होंने युवा तुर्क बनकर मुनगासेर के कार्यक्रम को अंतिम परिणति तक पहुंचाया था।
सामाजिक विकास की संकल्प के साथ बचपन से ही सेवा के क्षेत्र में अपनी सेवाएं देते आ रहे है। अध्यक्ष नगर साहू समाज बलौदाबाजार के श्री प्रेमनारायण साहू सामाजिक एवं रचनात्मक कार्यों में बराबर सहयोग देते आ रहे हैं। सामाजिक विकास की सोच को सदैव अपने मन में संजोकर कार्य करते रहने को अपनी पहली प्राथमिकता मानते है।