डोंबिवली झीलों की नगरी भोपाल में आयोजित होटल भारत रिजेंसी में राष्ट्रीय तेली समाज प्रतिनिधि सम्मेलन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ, डोम्बीवली से मुरारी गुप्ता बने राष्ट्रीय अध्यक्ष जिसमें देश के विभिन्न क्षेत्रों से समाज के गणमान्य पदाधिकारी शामिल हुए कार्यक्रम में सभा की अध्यक्षता कर रहे डॉ महेंद्र धावड़े नागपुर ने सभा का संचालन करते हुए साहू समाज के ऐतिहासिक फैसला लेते हुए नया संगठन राष्ट्रीय तेली साहू महा संगठन का निर्माण किया
प्रखंड के शंख व लावा नदी के संगम पर रविवार को छोटानागपुरिया तेली उत्थान समाज का वनभोज सह मिलन समारोह कार्यक्रम हुआ. मुख्य अतिथि प्रदेश अध्यक्ष अरुण साहू ने कहा कि 1941 से तेली समाज तेली जाति को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मांग करते आ रही है. लेकिन आज तक सरकार तेली जाति को छलने का काम कर रही है, जिसे हम अब बरदाश्त नहीं करेंगे,
डॉ. महेंद्र धावडे
प्राचीन भारत से लेकर आधुनिक भारत तक विभिन्न सामाजिक संस्थाओं का उदय संगठन उत्थान और सभ्यता तथा संस्कृति के विकास का भी जिक्र महत्वपूर्ण है. समाज के विभिन्न कॉल करने में हुए संक्रमण यह वह वर्ण व्यवस्था जाति के रीति रिवाज आदि परिवर्तनों की खोज करना तथा नए आयामों को अंजाम देना यह तेल समाज का कुदरती करिश्मा था.
श्री विजय रत्नपारखी, श्री संत संताजी तेली समाज संस्था सुदुंबरे समाधि स्थल कार्याध्यक्ष महाराष्ट्र
देशभर में तेली समाज की जनसंख्या 13% है । फिर भी समाज की राजकीय आर्थिक स्तर देखा तो समाज बहुत पिछड़ा हुआ है । इसी बात को ध्यान में रखकर केंद्रीय संगठन की अध्यक्षता कै. केसर काकू क्षिरसागर को बनाया गया । काकू देशभर में समाज के पास गई, समाज की आबादी सामने आ गई, उन्होंने समाज के संगठन को बनाने के लिए बहुत सारा त्याग किया ।
गुमला. 30 अक्तूबर को आहूत देशव्यापी बंद का छोटानागपुरिया तेली उत्थान समाज गुमला पूर्ण समर्थन करता है. यह जानकारी केंद्रीय अध्यक्ष उदासन नाग ने दी. उन्होंने कहा है कि झारखंड में सदान समुदाय को प्रताड़ित करने के लिए केंद्र व राज्य सरकार कई तरह का कानून हमेशा लाती रहती है.