Sant Santaji Maharaj Jagnade
अजमेर 15 जुलाई श्री तैलिक वैश्य समाज सभा अजमेर की बैठक समाज के अध्यक्ष कैलाश झालीवाल की अध्यक्षता में संपन्न हुई बैठक में प्रस्ताव लिया गया कि 10 फरवरी 2019 को 30 जोड़ों का सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित किया गया था उसमें प्रत्येक वधु को राज्य सरकार की और से उनके खाते में सहायता राशि ₹15000 जमा हो गए हैं उनको 28 जुलाई 2019 रविवार को वैशाली नगर स्थित बाबा रामदेव मंदिर में प्रातः 11:00 बजे कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें बैंक डायरी विवाह प्रमाण पत्र देकर उनका सम्मान भी किया जाएगा।
भारतीय तैलिक साहू राठौर महासभा का राष्ट्रीय अधिवेशन आगामी शनिवार , रविवार दिनांक 7 - 8 सितंबर 2019 को नागपुर महाराष्ट्र में आयोजित किया गया है । भारतीय तैलिक साहू राठौर महासभा के द्वारा हर वर्ष राष्ट्रीय अधिवेशन देश के प्रमुख स्थानों पर संपन्न होता आ रहा है । इसके पूर्व चेन्नई ( तमिलनाडु ), त्रिवेंद्रम ( केरला ), भोपाल ( मध्य प्रदेश), नई दिल्ली, जयपुर ( राजस्थान), रांची ( झारखंड), ग्वालियर ( मध्य प्रदेश), लखनऊ ( उत्तर प्रदेश), मुंबई ( महाराष्ट्र), नागपुर ( महाराष्ट्र ), रुद्वपुर ( उत्तराखंड) , कोटा ( राजस्थान) स्थानों पर आयोजित किया जा चुका है ।
साहू तेली एकता एवं विकास समिति (साहू चौपाल) के द्वारा आयोजित अर्धवार्षिक महासम्मेलन एवं सामाजिक संगोष्ठी पंजाब पंजाब में दिनांक 21 जुलाई 2019 रविवार समय दोपहर 12:00 से 4:00 बजे तक कच्चा मलक रोड पंजाबी बाग नियर गुलाबी बाग गली नंबर 8 जगराओं पंजाब आयोजित किया गया है । इस कार्यक्रम में सभी साहू तेली समाज की बंधुओं को आमंत्रित किया गया है
तैलिक महासभा उत्तर प्रदेश के द्वारा गत दिनांक 21 जुलाई 2019 को राय उमानाथ बली प्रेक्षागृह कैसरबाग लखनऊ में प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व डी.जी.पी. श्रीमान लक्ष्मण प्रसाद जी ने की,मुख्य अतिथि के रूप में सीतापुर के विधायक माननीय राकेश राठौर जी मंचासीन थे,
तेली समाजातील महान विभुती (भाग 5) -
सौ. अरूणा इंगवले, अध्यक्ष चिपळूण तालुका तेली समाज महिला आघाडी
झांशी येथील रामशहा यातेली व्यापार्याच्या पोटी कर्माबाईंच्या जन्म चैत्र व ॥ 11 शके 1073 मध्ये झाला. बालपण लाडात गेले. पुढे नरवर येथील मोठ्या व्यापार्याशी लग्न झाले मात्र लवकरच वैधव्य आले आणि विरक्ती येऊन सासू सासरे आणि दोन मुलांना सोडून त्यांनी जगन्नाथपुरीचा रस्ता धरला रात्रंदिवस प्रवास करून भूकेने गळीतगात्र झालेल्या कर्माबाई मंदिराजवळ पोहोचल्या