स्व. कृष्णा राम साहू ग्राम मुनगासेर के निवासी, बाल्यकाल से ही कुछ नया करने की सदिच्छा। सन् 1975 में संपन्न 'आदर्श-सामूहिक विवाह' कार्यक्रम के मजबूत स्तम्भ रहे हैं, इनका सम्बन्ध युग निर्माण के प्रवतर्क पं. श्रीराम शर्मा आचार्य हरिद्वार से हो रहा है। इन्होंने युवा तुर्क बनकर मुनगासेर के कार्यक्रम को अंतिम परिणति तक पहुंचाया था।
सिवान: तैलिक साहु सभा का अभिनंदन सह सम्मेलन का आयोजन गुरुवार को एक होटल में किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि प्रदेश अध्यक्ष रण विजय साहु व महिला अध्यक्ष डॉ. माधुरी गुप्ता रहीं। कार्यक्रम की अध्यक्षता अध्यक्ष जगन्नाथ प्रसाद ने और मंच संचालन ओमप्रकाश गुप्ता किया। अभिनंदन समारोह को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष रणविजय साहु ने कहा कि पूरे प्रदेश में हमारी जाति की आबादी सात प्रतिशत है।
श्री राम नरायन साहू जी सांसद से समाज के एक वरिष्ठ नागरिक एवं अवकाश प्राप्त पी०सी०एस० साहू बी० पी० जायसवाल ने उनके जीवन तथा समाज की प्रगति से सम्बन्धित विभिन्न विषयों पर बातचीत की। बातचीत का संक्षिप्त विवरण प्रश्न उत्तर के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है -
1. प्रश्न - विद्यार्थी जीवन में तथा राजनीति में आने से पहले आपने अपने जीवन के सम्बन्ध में क्या कल्पना की थी?
साहू मधुप गुप्ता, एडवोकेट अशोक नगर (म०प्र०)
किसी भी देश, समाज, जाति और समुदाय विशेष की संरचना, युगीन परिवर्तन, पुनरोत्थान एवं विकास में उसके युवा वर्ग की अहम् भूमिका होती है। जिसका युवावर्ग दिशाहीन, उद्देश्य-विहीन, आत्मलिप्त और निराश होगा उस देश और समाज का वर्तमान भी उसके अतीत से बदतर होगा और भविष्य दुखमय, पराधीन एवं अन्धकार पूर्ण होगा। इसलिये युवा वर्ग को निराशा के अंधेरों से निकाल कर सही दिशा में उसका मार्गदर्शन करना उतना ही आवश्यक है जितना कि उसको हर प्रकार के कुप्रभावों से बचाना आवश्यक है।
दानवीर भामाशाह के वंशज साहू बंधुओं का अपना एक गौरवशाली इतिहास है। कठोर परिश्रम से धन अर्जित करना और इस धन का मितव्ययता के साथ सदुपयोग करना इस समाज की खास पहचान है। इतिहास साक्षी है,जब-जब राष्ट्र मान और आत्मसम्मान को लेकर कोई विषम परिस्थिति निर्मित हुई है तब-तब साहू समाज ने अग्रणी भूमिका निभाकर सर्वसमाज कल्याण का रास्ता दिखाया है।