जगन्नाथ मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा हवन पूजन और कलश यात्रा के साथ हुआ संपन्न
दैवीय तीर्थ स्थल खल्लारी में साहू समाज द्वारा नवनिर्मित भक्त माता कर्मा मंदिर में भक्त शिरोमणि माता कर्मा एवं भगवान श्री कृष्ण (जगन्नाथ) की मूर्ति का प्राण-प्रतिष्ठा विधिवत पूजा-अर्चना के साथ किया गया । इस दौरान साहू समाज की आराध्य कुल देवी माता कर्मा की नवनिर्मित भव्य मंदिर में मंत्रोच्चार हवन पूजन के साथ कलश स्थापना व प्राण-प्रतिष्ठा के धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजन में जिले भर से समाजिक पदाधिकारियों एवं परिक्षेत्र के सामाजिक जनों की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ ।
मां कर्मा जयंती समारोह 2019 साहू मां कर्मा मंदिर समिति, द्वारा आयोजित किया जा रहा है । मां कर्मा जयंती समारोह बागसेवनिया अमराई परिसर, भोपाल, राष्ट्रीय तेली साहू महा संगठन भोपाल दिनांक 31 मार्च 2019 दिन रविवार को आयोजित होगा । इस समारोह में वाहन रावली एवो चल समारोह भी आयोजित होगा । कलश यात्रा सुबह 9:00 बजे से बागसेवनिया दुर्गा मंदिर से प्रारंभ होकर साहू मां कर्मा मंदिर पहुंचेगी ।
दृढ़ संकल्प एवं इच्छा शक्ति के द्वारा दुष्कर कार्य भी सफलता पूर्वक सम्पन्न हो सकते है। परिस्थितियाँ विपरीत होने पर भी कार्य के प्रति निष्ठा । लगन एवं सत्य का मार्ग अपनाकर श्रेष्ठतम कार्य सहजतापूर्वक किया जा सकता है । निसंदेह हर समय, युग काल में चमत्कार को ही नमस्कार किया जाता है किन्तु सच्चे एवं ईश्वर के साथ आध्यात्मिक लगाव जिस मनुष्य में हो जाता है उसके जीवन में चमत्कार होते ही रहते हैं । इसे 'चाहे आप संयोग माने अथवा दैवयोग ।
जन्म:- पाप मोचनी एकादशी संवत 1073 सन 1017 ई.
माँ कर्मा आराध्य हमारी, भक्त शिरोमणी मंगलकारी । सेवा, त्याग, भक्ति उद्धारे, जन-जन में माँ अवतारे ।।
परम् आराध्य साध्वी भक्ति शिरोमणी माॅ कर्माबाई देश-विदेश में आवासित करोड़ो-करोड़ो सर्व साहू तेली समाज की आराध्य देवी कर्माबाई की गौरव गाथा जन-जन के मानस में श्रद्धा भक्ति के भाव से विगत हजारों वर्षो से अंकित चली आ रही है । इतिहास के पन्नों पर उनकी पावन गाथा तथा उसने सम्बन्धित लोकगीत किंवदतिया और आख्यान इस बात के प्रमाण है कि माॅ कर्मबाई कोई काल्पनिक पात्र नहीं है । माॅ कर्माबाई का जन्म उत्तर प्रदेश के झांसी नगर में चैत्र कृष्ण पक्ष के पाप मोेचनी एकादशी संवत् 1073 सन 1017 ई. को प्रसिद्ध तेल व्यापारी श्री राम साहू जी के घर में हुआ था ।
उत्तर प्रदेश मे झाँसी एक दर्शनीय एतिहासिक नगर है । यहाँ के प्राचीन भव्य किले, अधगिरी इमारतें और दूर - दूर तक फैले खंडहर आज भी एतिहासिक भूमि की गौरवपूर्ण गाथा को अपनी मूक भाषा में कह रहे है । इसी एतिहासिक नगर में लगभग एक हज़ार वर्ष पूर्व राम साह एक सम्मानित व्यक्ति थे! दीन दुखियों के प्रति दया-भावना, दानशीलता, सरल स्वभाव,धर्म-परायणता आदि उनके विशेष गुण थे, और इसी कारण उनका यश दूर-दूर तक फैला हुआ था | इन्हीं के घर हिन्दु कुल और समस्त साहू समाज को गौरव प्रदान करने वाली भक्त शिरोमणि कर्मा माता का जन्म चैत्र कृष्ण पक्ष ११ संवत १०७३ को हुआ था ।