Sant Santaji Maharaj Jagnade कसडोल तहसील के ग्राम सर्वा के मध्यमवर्गीय परिवार में जन्में हंसमुख स्वभाव के धनो श्री मेलाराम साहू किशोरावस्था से ही क्षेत्रवासियों की मदद के लिए सदैव तत्पर रहते है। समाजसेवा की भावना से भारतीय जनता पार्टी का झण्डा थामकर क्षेत्र के विकास के लिए निरंतर अग्रसर है। श्री साहू ने लोकप्रियता नहीं वरन लोकहित को सर्वोपरि मानकर समाज के सभी वर्गों के विकास के लिए दृढ़ संकल्पित है।
शुरू से ही परिवार व समाज के लिए कुछ करने की चाहत के साथ श्री लेखराम साहू सेवा के क्षेत्र जुड़कर निरंतर कार्य कर रहे है। पढ़ाई-लिखाई में सामान्य रहे। खेती-किसानी से पूरा परिवार सामन्य जीवन शैली से जीवन यापन करते आ रहे हैं। स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद परिवार की आर्थिक स्थिति के विकास के उद्देश्य से बिजनेस की ओर झुकाव हो गया। बिजनेस में जुड़ने के बाद आगे पढ़ाई नहीं कर पाये। पूरी तरह व्यवसायिक जीवन से नाता जोड़कर कार्य करने में लग गए।
हंसमुख एवं जिंदादिली के साथ लोंगो से मिलने वाले वाले श्री कामता प्रसाद साहू का जीवन बहुत ही अनुभवों व संस्कारों से भरा हुआ है। छात्र जीवन से ही सेवा के क्षेत्र से अपने आप को जोड़ लिया है। स्कूली जीवन में अपने आप को हर कार्यक्रम में आगे रखने की सोच के साथ निरंतर व्यक्तित्व विकास एवं समाज विकास को सोच के साथ अग्रसर है। बचपन से ही दादा ओ स्व. श्री फिरूराम साहू को सामाजिक कार्यों में लोगों से मिलते जुलते देखते थे तभी से ही समाज सेवा को अपना मूल कर्म यनाने को संकल्प ले लिया।
मेहनत व ईमानदारी के बलबूते बड़ा से बड़ा कार्य किया जा सकता है। बस लगने की जरूरत होती है। इसी वाक्य को अपने जीवन में उतारकर सम्मान व प्रतिष्ठा के साथ जीवन जीने का सूत्र बताते हैं डॉ. धीरेन्द्र साव। सभी के मन में अपनी अलग पहचान बना पाने में सफलता हासिल की। प्राथमिक शिक्षा बुन्देली स्कूल से कक्षा पहली से सातवी तक फिर कक्षा 8वीं से 11वीं तक महासमुन्द में हुई। स्कूली पढ़ाई के दौरान कक्षा 6वीं की पढ़ाई में नाटक मंचन के माध्यम से कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई।
सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन में जमीनी सूझबूझ वाले ग्रामीण जनप्रतिनिधी के लिए सामाजिक कार्यकर्ता श्री रूपसिंग साहू जी जाने जाते हैं। हमेशा से ही लोकहित की भावना को अपने जीवन में उतारकर अपने सफर में चल रहे है। क्षेत्र के लोगो के सुख-दु:ख में हमेशा सहभागी रहने के कारण लोंगो के दिलों में राज करते है। जमीन से जुड़े कार्यकर्ता के लिए पद कोई मायने नहीं रखता। सेवा की भावना को अपने दिल में रखकर मजबूती के साथ कार्य करने का मजा ही कुछ और होता हैं।