साधारण परिवार से नाता रखने वाले श्री पप्पू साहू का जीवन समाज विकास की दिशा में निरंतर अग्रसर है। छोटे से गांव में रहकर बड़ा से बड़ा कार्य करने का जज्बा के साथ जीवन के सफर में निकल चले है। कुछ हद तक सफलता मिल भी गई और बहुत कुछ हासिल करने की इच्छा है। बचपन की बातें के बारे में बताया कि, हमारे गाँव में स्व. शिवकुमार साहू जो लवन परगना के अध्यक्ष थे, राजा साहेब के नाम से जाने जाते थे। बीस साल से परगना के अध्यक्ष का काम किए।
बलौदाबाजार तहसील के ग्राम रसेड़ा में एक सामान्य कृषक परिवार श्री श्याम लाल साहू के घर 21.10.1974 को द्वितीय पुत्र के रूप में जन्म हुआ, बी.पी. साहू उन्म से ही जुझारू एवं बहुमुखी प्रतिभा के धनी रहे हैं घर की आर्थिक स्थिति सही नहीं होने के कारण शिक्षा बीच में ही छोड़कर घर के कार्यों में सहयोग करना आरंभ किया। शुरुआत में पशुपालन दुग्ध व्यवसाय से आरंभ किया एवं सन् 1988 से 2007 तक घर के किराना व्यवसाय को आगे बहाया।
सामाजिक सोच को मूर्त रूप देने में लगे युवाओं की सोच को प्रमुखता के साथ रखते हुए धनराज साहू ने बहुत ही कम समय में अपने आप को स्थापित किया। यह उनकी मेहनत एवं लगन से संभव हो पाया। बचपन से ही पिताजी से प्रेरणा लेते हुए समाज एवं क्षेत्र में विकास हेतु अपना योगदान दे रहे है।
ये बंधे थे मुनगासेर के परिणय सूत्र में
15 मई 1975 ई. गुरूवार का वह | ऐतिहासिक दिन जब मुनगासेर में 27 जोड़े विवाह बंधन में बंधे थे। सामूहिक आदर्श विवाह में सात फेरे लेने वाले इन 27 जोड़ों की तलाश 40 साल बाद 2016 में करना, तराजू में एक किलो मेढ़क को तौलने के बराबर लगता है। बावजूद साहू समाज के हमारे जीवट और कर्मठ साथियों ने बड़े बुजुर्गो से जानकारी लेकर अधिकतम प्रयास के बावजूद 13-14 जोड़े का नाम ही संकलित कर पाए।
सामाजिक विकास की संकल्प के साथ बचपन से ही सेवा के क्षेत्र में अपनी सेवाएं देते आ रहे है। अध्यक्ष नगर साहू समाज बलौदाबाजार के श्री प्रेमनारायण साहू सामाजिक एवं रचनात्मक कार्यों में बराबर सहयोग देते आ रहे हैं। सामाजिक विकास की सोच को सदैव अपने मन में संजोकर कार्य करते रहने को अपनी पहली प्राथमिकता मानते है।