तहसील साहू संघ धमतरी व युवा प्रकोष्ठ ,महिला प्रकोष्ठ परिक्षेत्र साहू संघ झिरिया के संयुक्त तत्वाधान में युवा संगोष्ठी एवम पदाधिकारियों का सम्मान समारोह का आयोजन ग्राम डोंगेश्वर धाम देवपुर में आयोजित किया गया। कार्यक्रम दो सत्रों में संम्पन हुआ ।
प्रथम सत्र माननीय रिपुसूदन साहू जी पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष के मुख्य आतिथ्य व माननीय दयाराम साहू जी जिला अध्यक्ष जिला साहू संघ धमतरी की अध्यक्षता एवम मान. मान. राजेश साहू जी, मान. शिव साहू जी पूर्व उपाध्यक्ष राष्ट्रीय युवा प्रकोष्ठ, मान. डॉ देवेंद्र साहू जी, मान. डॉ नीलकंठ साहू जी, माननीया. श्रीमती डिपेंद्र रंजना साहू जी अध्यक्ष जनपद पंचयत धमतरी, माननीया श्यामा साहू जी सदस्य जिला पंचायत धमतरी के विशिष्ट आतिथ्य में सम्पन्न हुआ ।
कारगिल युद्ध में भाग लियें सैनिक प्राणसिग का सम्मान - कारगिल युद्ध के 19 वी वर्षगांठ पर युद्ध मे भाग लिए सैनिक एवं धमतरी क्षेत्र के गौरव प्राणसिंग सिन्हा के सम्मान साहू समाज के द्वारा किया गया इस अवसर पर श्री सिन्हा ने कारगिल के दुर्गम पहाड़ियों में किस तरह विजय पताका फहराया गया उससे अवगत कराया समाज के जिलाध्यक्ष दयाराम साहू ने कहा कि ये हमारे लिए सौभाग्य की बात है
सावन माह के अंतिम सोमवार को बोलबम कांवरियों का आमंत्रण हेरिटेज (साहू सदन)रुद्री में स्वागत अभिनन्दन एवं फल वितरण कर किया गया जिसमें जनपद अध्यक्ष श्रीमती रंजना साहू,नगर निगम सभापति राजेन्द्र शर्मा, तहसील साहू समाज अध्यक्ष अवनेंद्र साहू, पूर्व अध्यक्ष डिपेंन्द्र साहू,पार्षद श्रीमती सरिता यादव,शिवओम नाग बैगा, चोखा देशमुख,तरुण साहू,राकेश साहू,देवेन्द्र साहू,किशोर साहू,
तहसील साहू समाज धमतरी के महिला पदाधिकारियो ने 14वी वाहिनी(भारत रक्षित)छ.स.ब.ल धनोरा बालोद केम्प जाकर फौजी भाइयो को रक्षाबन्धन पर्व पर रक्षासूत्र बांधकर उज्जवल भविष्य की कामना किये । जिसमे प्रमुख रूप से श्रीमती श्यामा साहु जिला अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ, श्रीमती भुनेश्वरी साहू तहसील उपाध्यक्ष, श्रीमती शारदा साहू तहसील उपाध्यक्ष, श्रीमती केकती साहू महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष, श्रीमती पदमनी साहू,श्रीमती चन्द्रकला साहू, श्रीमती निर्मला साहू,
भखाराक्षेत्र के ग्राम जुनवानी के ग्रामीण साहू समाज द्वारा विशेष पहल करते हुए गांव की निराश्रित महिला बारो बाई का पालन पोषण करने एवं उपचार कराने समेत अन्य जिम्मेदारी लीगई है। | बारी बाई ने बताया कि उनकी कोई संतान नहीं है। पति की मृत्यु के बाद से अकेली रह रही हैं। मकान को छोड़कर और कोई जर्मन जायदाद नहीं है। कई रिश्तेदार हैं, लेकिन कोई सहयोग नहीं करता। बुढ़ापा होने के कारण परेशानी हो रही थी।