Sant Santaji Maharaj Jagnade
प्रतिवर्ष के अनुसार इस वर्ष भी साहू समाज की कुल आराध्या भक्त माता कर्मा देवी की पावन जयंती महोत्सव का आयोजन सोमवार दिनांक 16 मार्च 2015 प्रातः 8:00 बजे कर्मा विद्या मंदिर साहू छात्रावास रामसागर पारा रायपुर छत्तीसगढ़ में किया गया है । भक्त मां कर्मा जयंती महोत्सव कार्यक्रम की रूपरेखा कुछ इस प्रकार है दिनांक 15/3/2015 रविवार को बाइक रैली समय 12:00 बजे से , भामाशाह साहू छात्रावास टिकरापारा से प्रस्तावित समापन तेलघानी नाका तथा कलश यात्रा समय दोपहर 2:00 बजे ( महिलाओं द्वारा ) साहू छात्रावास रामसागर पारा रायपुर से प्रस्थान समापन तेलघानी नाका ।
रायपुर. शहर जिला साहू संघ द्वारा आज भक्त माता कर्मा की जयंती रामसागर पारा में हर्षोल्लास की साथ मनाया गया. इस मौके प्रातः 10 बजे से हवन पूजन के साथ 251 मनोकामना ज्योति कलश प्रज्जवलित किया गया, तत्पश्चात समाज के नागरिकों द्वारा माता कर्मा की शोभायात्रा निकाली गई. शोभायात्रा रामसागर पारा से राठौर चौक होते हुए तेलघानी नाका चौक पहुंची, जहां पर माता कर्मा, भगवान जग्गनाथ को खिचड़ी का भोग लगाया गया.
रायपुर। कर्मा जयंती के उपलक्ष्य में गुरुवार को भक्त कर्मा साहू विकास संघ, गुढियारी द्वारा प्रतिवषानुसार इस वर्ष भी भव्य शोभा यात्रा निकाली गई। शोभा यात्रा में हजारों की संख्या में भक्तगण शामिल हुए। बाजे-गाजे व डीजे के धुन के साथ निकलीं इस शोभायात्रा में श्रद्धालुगण, भक्ति के रस में झूमते- नाचते माता कर्मा के जयकारे लगाते रहे। वहीं यात्रा के लिए बनाये गए सुंदर रथ और आकर्षक झांकियों ने सभी का मन मोह लिया ।
भक्ति में झूमते दिखे श्रद्धालु, आकर्षक झांकियों ने मन मोहा ।
कर्मा जयंती पर जले 251 ज्योति कलश शहर जिला रायपुर साहू संघ द्वारा गुरुवार को भक्त माँ कर्मा की जयंती धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर सुबह 10 बजे समाज द्वारा हवन पूजन कर कर्मा विद्या मंदिर रामसागर पारा में 251 ज्योति कलश प्रज्जवलित किया । इसके आलावा भगवान को खिचड़ी भोग लगाकर महाप्रसाद वितरण किया गया।
संत माता कर्मा आश्रम ( शक्ति पीठ ) समिति रायपुर तत्वधान मैं समस्त तहसील युवा परिषद इकाई के सहयोग से साहू तेली समाज शिरोमणि संत कर्मा की 998 वी जयंती के पावन पर्व पर प्रति वर्ष अनुसार इस वर्ष भी 27 मार्च 2014 को टिकरापारा रायपुर में सामूहिक आदर्श विवाहों एवं कर्मा जयंती समारोह का आयोजन किया गया है । विवाह के नाम से समाज पर पड़ने वाले आर्थिक बोझ से बचने हेतु सामाजिक एवं आर्थिक परिवर्तन अनिवार्य है ।