राजनादगांव:- 25:03:2017 छुईखदान (डोंगरगांव )तहसील स्तरीय भक्त माँ कर्मा जयंती
भक्त माता कर्मा की 1001 वी जयंती समारोह
दिनांक 25 मार्च 2017 स्थान- छुईखदान(करमतरा)
कार्यक्रम के प्रमुख अतिथिगण
मान. ताम्रध्वज साहू जी, सांसद दुर्ग
मान. रमशीला साहू जी,
भक्त मां कर्मा जयंती रविवार को धूमधाम से मनाई गई पुरानी कृषि उपज मंडी में हुआ मुख्य कार्यक्रम
युवा मां कर्मा का भोजन थामकर जयकारे लगाते बाजीगर जी की धुन पर थिरकते रहे
धमतरी - भक्त मां कर्मा जयंती महोत्सव पर तहसील साहू समाज ने शहर में 1001 Colors की शोभायात्रा निकाली । इसमें 8 परीक्षेत्रों के 134 गांव की सैकड़ों समाज जन शामिल हुए । इस दौरान समाजजनों में काफी उत्साह देखा गया । बा स पा रा साहू छात्रावास परिसर में स्थापित भक्त मां कर्मा की प्रतिमा की समाजजनों द्वारा पूजा अर्चना की गई । इसके बाद गाजे बाजे के साथ शहर में कलश शोभायात्रा निकाली गई ।
तैलिक कुल गौरव "माता राजिम " की कथा भगवान राजिम लोचन मंदिर परिसर के सामने ही राजिम भक्तिन तेलिन मन्दिर है जिसके बारे में एक अनोखी कहानी प्रचलित है। (रायपुर से 45 किमी दूर यह राजिम संगम स्थित है।)
ऐसा कहा जाता है कि इस जगह का नाम राजिम तेलिन के नाम पर ही रखा गया है। पहले इस जगह का नाम पदमावती पुरी था। महानदी, सोंढुर और पैरी इन नदियों के कारण यह जगह उपजाऊ थी, तिलहनों के लिए खासकर यह जगह बहुत ही अच्छी जमीन है। तैलिक वंश के लोग तिलहन की खेती करके तेल निकालते थे। इन्हीं तैलिकों में एक धर्मदासभी था, जिनकी पत्नी का नाम शांति था, दोनों विष्णु के बड़े भक्त थे।
दिनांक 26-03-2017 को मोवा समाज उत्थान समिति द्वारा भक्त माता कर्मा जयंती का आयोजन किया गया !
जिसमें उपस्थित मान. श्री मोतीलाल साहू, राष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष, अ. भा. तैलिक साहू महासभा श्रीमती ममता साहू, राष्ट्रीय महिला अध्यक्ष, अ. भा. तैलिक साहू महासभा, श्री सत्यनारायण शर्मा, विधायक, ग्रामीण रायपुर, श्री मेघराज साहू, शहर जिला साहू संघ, श्री रामलखन साहू, श्रीमती सीमा संतोष साहू,
सर्व प्रथम सिलपरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित साहू समाज की जमीन में धर्मशाला निर्माण हेतु सुबह 9.39 बजे भूमि पूजन एवं हवन किया गया । साहू समाज रीवा के तत्वाधान में साहू समाज कार्यालय तुलसी चौरा तैलप नरेश धार सिंह, दानवीर भामाशाह, दिव्यशक्ति माँ कर्मा की झांकी सजा कर शोभा यात्रा निकाल कर दिव्यशक्ति माँ कर्मा की 1001वीं जयंती मनाई गई ।जिसमें प्रमुख रूप से