गोड्डा - गोड्डा जिला मुख्यालय स्थित स्थानीय अग्रसेन भवन में बीते गुरुवार को राष्ट्रीय तेली साहू महासंगठन की बैठक आयोजित की गई बैठक की अध्यक्षता युवा जिलाध्यक्ष राजकुमार तूफान और संचालन रामचन्द्र निराला के नेतृत्व में किया । मौके पर पहुंचे बतौर मुख्य अतिथि संगठन के प्रदेश अध्यक्ष सुनील साहू ने कहा कि आज तक किसी भी सरकार ने दानवीर भामाशाह जयंती पर सरकारी अवकाश घोषित नहीं किया है ।
समस्त तेली साहू समाज भीलवाड़ा द्वारा, कोरोना महामारी के बढ़ते दुष्प्रभाव , दुष्परिणाम के मध्य गरीब, मजदूर ,जरूरतमंद लोगों को रोजी रोटी की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए, भोजन सामग्री के किट, निशुल्क वितरण किए गए । प्रदेश प्रवक्ता राम लाल तेली ने बताया कि तिलक नगर स्थित तेली समाज के नोहरे मे, तेली समाज के सपूत बेटो तथा तेली समाज युवा फाउंडेशन भीलवाड़ा के अपार सहयोग से,
रांची । भाजपा ओबीसी मोर्चा झारखंड के पूर्व प्रदेश महामंत्री सुनील कुमार साहू को राष्ट्रीय तेली साहू महासंगठन झारखंड का प्रदेश अध्यक्ष मनोनीत किए गए। यह मनोनयन उनके समाज के प्रति जागरूकता एवं समर्पण को देखते हुए महासंगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मनोनयन किया है तथा हार्दिक शुभकामनाएं दी
नगर पालिका केकड़ी के नवनियुक्त अध्यक्ष कमलेश साहू ने कहा कि समाज के उत्थान व विकास को लेकर कोई कमी नहीं रहेगी। समाज को आगे बढ़ाने में कोई कसर रही रहेगी। अध्यक्ष साहू शनिवार रात सावर में साहू तेलियान समाज की ओर से आयोजित अभिनन्दन कार्यक्रम में बोल रहे थे।
विद्वान अभी तक यह मानते हैं कि सिंधु सभ्यता काल जिसे पूर्व वैदिक काल भी कहा जाता है, सप्त सैंधव प्रदेश (पुराना पंजाब, जम्मू कश्मीर एवं अफगानिस्तान का क्षेत्र) में, जो मुनष्य थे वे त्वचा के रंग के आधार पर दो वर्ग में विभाजित थे । श्वेत रंग वाले जो घाटी के विजेता थे 'आर्य'' और काले रंग वाले जो पराजित हुये थे 'दास' कहलाये। विद्वान आर्य का अर्थ श्रेष्ठ मानते हैं क्योंकि वे युद्ध के विजेता थे। ये मूलत: पशु पालक ही थे। कालांतर में इन दोनों वर्गों में रक्त सम्मिश्रण भी हुआ और वृहत्तर समाज वर्गों में बंटते गया, जो संघर्ष की जीविविषा है।