Sant Santaji Maharaj Jagnade
साधारण परिवार से नाता रखने वाले श्री पप्पू साहू का जीवन समाज विकास की दिशा में निरंतर अग्रसर है। छोटे से गांव में रहकर बड़ा से बड़ा कार्य करने का जज्बा के साथ जीवन के सफर में निकल चले है। कुछ हद तक सफलता मिल भी गई और बहुत कुछ हासिल करने की इच्छा है। बचपन की बातें के बारे में बताया कि, हमारे गाँव में स्व. शिवकुमार साहू जो लवन परगना के अध्यक्ष थे, राजा साहेब के नाम से जाने जाते थे। बीस साल से परगना के अध्यक्ष का काम किए।
ये बंधे थे मुनगासेर के परिणय सूत्र में
15 मई 1975 ई. गुरूवार का वह | ऐतिहासिक दिन जब मुनगासेर में 27 जोड़े विवाह बंधन में बंधे थे। सामूहिक आदर्श विवाह में सात फेरे लेने वाले इन 27 जोड़ों की तलाश 40 साल बाद 2016 में करना, तराजू में एक किलो मेढ़क को तौलने के बराबर लगता है। बावजूद साहू समाज के हमारे जीवट और कर्मठ साथियों ने बड़े बुजुर्गो से जानकारी लेकर अधिकतम प्रयास के बावजूद 13-14 जोड़े का नाम ही संकलित कर पाए।
स्व. कृष्णा राम साहू ग्राम मुनगासेर के निवासी, बाल्यकाल से ही कुछ नया करने की सदिच्छा। सन् 1975 में संपन्न 'आदर्श-सामूहिक विवाह' कार्यक्रम के मजबूत स्तम्भ रहे हैं, इनका सम्बन्ध युग निर्माण के प्रवतर्क पं. श्रीराम शर्मा आचार्य हरिद्वार से हो रहा है। इन्होंने युवा तुर्क बनकर मुनगासेर के कार्यक्रम को अंतिम परिणति तक पहुंचाया था।
स्नेही शिवशंकर गुप्ता - इन्दिरा नगर लखनऊ
जैसा कि पूर्व विदित है कि राजनीति में अपने अधिकारों को प्राप्त करने हेतु एक राष्ट्रीय स्तर पर महासम्मेलन जून 2000 को गांधी मेमोरियल हाल, बहादुर शाह जफर मार्ग, नई दिल्ली में किया गया था जिसमें माननीय श्री राम नरायन साहू को सर्वसम्मति से राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया। जिसके परिणाम स्वरूप वे स्वजातीय सेवा, कड़ी मेहनत, दूर दृष्टि के कारण राज्य सभा तक पहुँच गये जिस पर हमारे समाज को गर्व है।
शिवम गांधी, केन्द्रीय विद्यालय, आर०डी०एस०ओ० लखनऊ
हमें गर्व होना चाहिए कि हम ऐसे महापुरूष के वंशज हैं जो न सिर्फ हमारे देश में बल्कि पूरे विश्व में विख्यात हैं। आज हमारे समाज के लोग भारत में विभिन्न उपनामों से जाने व पहचाने जाते हैं जिससे हम अपने समाज से विस्तृत रूप से अवगत ही नहीं हो पाते हैं।