रायपुर छत्तीसगढ़ प्रदेश साहू संघ भक्त माता का राजिम जयंती महोत्सव का आयोजन सोमवार दिनांक 7 जनवरी 2019 को आयोजित किया गया है । प्रतिवर्ष के अनुसार इस साल भी वक्ता राजीव जयंती महोत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है । इस आयोजन के मुख्य अतिथि माननीय श्री भूपेश बघेल जी मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़, अध्यक्षता माननीय श्री ताम्रध्वज साहू जी, लोकनिर्माण पर्यटन धर्म व संस्कृति कैबिनेट मंत्री,
साहू समाज की आराध्य देवी मां कर्मा देवी की जीवन गाथा की जानकारी समाज के अन्य बंधुओं को नहीं है अंत में में आप समस्त बंधुओं को प्राप्त जानकारी के अनुसार मां कर्मा देवी के जीवन की संक्षिप्त गाथा से आपको अवगत करने का प्रयास कर रहा हूं ।
मां कर्मा देवी के जीवन परिचय से अवगत हो तथा उनके जीवन से प्रेरणा लें । प्रस्तुत है उनका जीवन परिचय ।
प्रतिवर्ष के अनुसार ही वर्ष भी साहू समाज परिषद झिरिया के तत्वधान में वार्षिक सम्मेलन मां कर्मा जयंती दानवीर भामाशाह जयंती एवं महिला सशक्तिकरण का आयोजन दिनांक 1-5-2016 दिन रविवार को ग्राम दरगहनं सलोनी में किया गया है । सभी समाज बंधुओं से यह आवेदन किया गया है कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में पधार कर इस कार्यक्रम को सफल बनाए ।
विद्वान अभी तक यह मानते हैं कि सिंधु सभ्यता काल जिसे पूर्व वैदिक काल भी कहा जाता है, सप्त सैंधव प्रदेश (पुराना पंजाब, जम्मू कश्मीर एवं अफगानिस्तान का क्षेत्र) में, जो मुनष्य थे वे त्वचा के रंग के आधार पर दो वर्ग में विभाजित थे । श्वेत रंग वाले जो घाटी के विजेता थे 'आर्य'' और काले रंग वाले जो पराजित हुये थे 'दास' कहलाये। विद्वान आर्य का अर्थ श्रेष्ठ मानते हैं क्योंकि वे युद्ध के विजेता थे।
भारतीय समाज विभिन्न संस्कृतियों और धर्म और जातियों से निर्मित है । इसकी सभ्यता बहुस्तरीय है । जैसे-जैसे आप इन स्तरों को उधाडते जाएंगे वैसे-वैसे आपको एक नए तथ्य एक नए सत्य मिलते जाएंगे । तेली जाति पर केंद्रित है इसीलिए ज्यादा उड़ान भरने की गुंजाइश भी नहीं है । तेली जाति के लोग पूरे भारत में पाए जाते हैं और अलग अलग नाम से जाने जाते हैं ।