हिन्दू समाज में एक स्त्री की मांग का सिंदूर उसके सौभाग्वती होने और पवित्रता का प्रतीक है इसी प्रकार धार्मिक पुस्तकें या मूर्ति हमारे धार्मिक जीवन का प्रतीक है और ये सब राष्ट्रीय सामाजिक गौरव है। राजा गांगेय राव, सेनानी धनीराम, धर्मात्मा तुलाधार, राष्ट्र गुरू गोरख नाथ, दानवीर भामाशाह, संताजी जगनाड़े, संत माता भानेश्वरी रायगढ़ की धरती पर तपस्वी बाबा सत्यनारायण, लोक मान्यता है कि जो भी त्रिवेणी संगम में स्नान कर भगवान राजिम लोचन का दर्शन करता है वह राजिम माता की तरह शक्ति प्राप्त कर मोक्ष को प्राप्त होता है। राजिम का धार्मिक महत्व चारो धाम के बराबर है।
राजिम भक्तिन माता जयंती धूमधाम से मनाई जाएगी। साहू समाज के इस महाकुंभ में प्रदेश के दिग्गज नेता पधार रहे हैं। जानकारी के मुताबिक प्रथम सोपान में केन्द्रीय मंत्री चरण दास महंत, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, विधायक अमितेष शुक्ल और द्वितीय चरण में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, सांसद चंदूलाल साहू, कृषिमंत्री चंद्रशेखर साहू सहित समाज के सभी विधायक,
साहू समाज के 900 में से 25 रिश्ते तय :शहर जिला साहू संघ ने टिकरापारा स्थित भामाशाह साह छात्रावास में साहु समाज युवक - युवती परिचय सम्मेलन आयोजित किया। सम्मेलन में 685 युवती व 325 युवकों ने पंजीयन कराया। इसमें हर वर्ग के लोग शामिल हुए और अभिभावकों की सहमति के बाद करीब | 25 रिश्ते तय हुए। सम्मेलन में वैवाहिक पत्रिका परिचय पुष्प का विमोचन किया गया।
कर्म बाई जी भगवान को बाल भाव से भजती थी. बिहारी जी से रोज बाते किया करती थी. एक दिन बिहारी जी से बोली - तुम मेरी एक बात मानोगे.
भगवान ने कहा- कहो ! क्या बात है?
कर्म बाई जी ने कहा- मेरी एक इच्छा है कि एक बार अपने हाथो से आपको कुछ बनाकर खिलाऊ.
रायपुर साहू समाज ने अपनी आराध्य देवी भगवान कृष्ण की भक्त माता कर्मा की 1001वीं जयंती श्रद्धा-उल्लास से मनाई। साहू समाज के प्रत्येक घर में पूजा-अर्चना कर दीप प्रज्ज्वलित किया गया। रामसागर पारा स्थित माता कर्मा मंदिर भी हजारों दीपों से जगमगा उठा। शहर के अनेक इलाकों में जयंती समारोह का आयोजन किया गया।