साहू समाज की आराध्य देवी मां कर्मा देवी की जीवन गाथा की जानकारी समाज के अन्य बंधुओं को नहीं है अंत में में आप समस्त बंधुओं को प्राप्त जानकारी के अनुसार मां कर्मा देवी के जीवन की संक्षिप्त गाथा से आपको अवगत करने का प्रयास कर रहा हूं ।
मां कर्मा देवी के जीवन परिचय से अवगत हो तथा उनके जीवन से प्रेरणा लें । प्रस्तुत है उनका जीवन परिचय ।
राजिम छत्तीसगढ़ क्षेत्र का पवित्र ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक केन्द्र रहा है। अपने पुरातन इतिहास की गौरवमयी परम्परा को आत्मसात किये यह धरोहर भगवान विष्णु की नगरी है । छत्तीसगढ़ के लाखों नरनारियों को माघ पूर्णिमा से शिवरात्री तक सांस्कृतिक एकता के पवित्र बन्धन में आबद्ध किए रहती है। यहां माह पर्यन्त विशाल मेला का आयोजन किया जाता है ।
अपने आप में उत्तर तथा दक्षिण भारत की संस्कृति को सजाए राजिम संगम के पुण्य को बांटती है और आज भी हर छत्तीसगढ़ीया कहा जावो बड़ दूर हे गंगा कहकर अपने सभी पवित्र धार्मिक कार्य इसी त्रिवेणी संगम (महानदी सेंदूर एवं पैरीनदी) में पूर्ण करता है ।
महासमुंद कर्मा जागृति महिला मंच महासमुंद के तत्वावधान में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। अध्यक्ष सती साहू के निवास स्थान में आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत माता कर्मा की पूजा-अर्चना कर की गई। इस मौके पर सती साहू ने कहा कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का अभियान में गांवगांव में चलाना होगा। जनजागरूकता लानी होगी। बेटे की चाहत ने कन्या भ्रूण हत्या जैसे अपराध करने में विवश हो जाते हैं।
आओ सुनाऊं में तुम सबको
तैलिक कुल की गौरव गाथा
जिसको सुनकर गर्व से ऊँचा
हो जाए हम सबका माथा
आओ सुनाऊं में तुम सबको...
थी एक तेलीन नारी, नाम था जिसका राजिम
भगवान हरि के चरणों में, धरे ध्यान वो निशदिन
तीन जोड़ों का आदर्श विवाह
भिलाईनगर साहू समाज, ग्राम राखी जोबा (देवकर) में परिक्षेत्रिय स्तर कर्मा महोत्सव का आयोजन किया गया. समारोह के मुख्यअतिथि दीपक ताराचंद साहू अध्यक्ष (राज्यमंत्री) हस्तशिल्प विकास बोर्ड एवं अध्यक्षता हेमसिंह साहू अध्यक्ष तहसील साहू संघ साजा ने किया. विशेष अतिथि के रूप में ओम दाऊ वर्मा अध्यक्ष जनपद पंचायत साजा, मोहन भैय्या साहू प्रदेश कार्यकारिणी,