Sant Santaji Maharaj Jagnade
पौधारोपण कर लिया बिना ब्याज के ऋण देने का फैसला
श्री घांची महासभा ने बिलेश्वर महादेव गुफा में पर्यावरण और शिक्षा को लेकर बैठक । इसमें निर्णय हुआ कि समाज के कई जरूरतमंद और होनहार बच्चे शिक्षा रोल नहीं मिलने से पढ़ाई नहीं कर पाते हैं और समाज की कई ऐसी महिलाएं हैं जो विधवा है और उन पर परिवार की जिम्मेदारी आने से वह कई छोटे-मोटे काम करके गुजारा कर रही है । इस पर बैठक में मौजूद सभी सदस्यों ने पौधारोपण किया और तुरंत बिना ब्याज देने का निर्णय लिया ।
अखिल भारतीय तैलिक साहू महासभा राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक सह सम्मान समारोह दिनांक : 21/07/2019 (रविवार) स्थान - स्वागतम वेंकेट हॉल, सहजानंद चौक, हरमू, रांची, झारखण्ड में आयोजित किया गया है. अध्यक्षता श्री जयदत्त क्षीरसागर (कैबिनेट मंत्री, महाराष्ट्र सरकार), संचालक श्री रामलाल गुप्ता, मुख्य अतिथि श्री रामेस्वर तैली (खाद्य प्रसंस्करण मंत्री, भारत सरकार),
नवी दिल्ली येथे अखिल भारतीय तैलिक महासभेच्या वतीने नवनिर्वाचित खासदारांचा सत्कार सोहळा आयोजित करण्यात आला त्या महाराष्ट्राचे मंत्री ना.जयदत्त आण्णा क्षीरसागरयांच्या अध्यक्षतेखाली , केंद्रीय मंत्री रामेश्वर तेली यांच्या प्रमुख उपस्थितीत संपन्न झाला यावेळी छत्तीसगड चे उपमुख्यमंत्री ना.ताम्रध्वज साहू ,खासदार रामदास तडस,खासदार चुंणीलाल साहू,खासदार सुनील कुमार पिंटो,
शुरू से ही परिवार व समाज के लिए कुछ करने की चाहत के साथ श्री लेखराम साहू सेवा के क्षेत्र जुड़कर निरंतर कार्य कर रहे है। पढ़ाई-लिखाई में सामान्य रहे। खेती-किसानी से पूरा परिवार सामन्य जीवन शैली से जीवन यापन करते आ रहे हैं। स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद परिवार की आर्थिक स्थिति के विकास के उद्देश्य से बिजनेस की ओर झुकाव हो गया। बिजनेस में जुड़ने के बाद आगे पढ़ाई नहीं कर पाये। पूरी तरह व्यवसायिक जीवन से नाता जोड़कर कार्य करने में लग गए।
सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन में जमीनी सूझबूझ वाले ग्रामीण जनप्रतिनिधी के लिए सामाजिक कार्यकर्ता श्री रूपसिंग साहू जी जाने जाते हैं। हमेशा से ही लोकहित की भावना को अपने जीवन में उतारकर अपने सफर में चल रहे है। क्षेत्र के लोगो के सुख-दु:ख में हमेशा सहभागी रहने के कारण लोंगो के दिलों में राज करते है। जमीन से जुड़े कार्यकर्ता के लिए पद कोई मायने नहीं रखता। सेवा की भावना को अपने दिल में रखकर मजबूती के साथ कार्य करने का मजा ही कुछ और होता हैं।