साहू समाज सिंघी के तत्वावधान में भक्त शिरोमणी कर्मा माता की जयंती धूमधाम से मनाई गई. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गोपा मोती साहू उपाध्यक्ष जि.पं. थे. अध्यक्षता रामप्रताप साहू तहसील अध्यक्ष बागबाहरा, चैनू साहू, कलाराम साहू, लायकराम साहू, पुनीत राम साहू जिला मीडिया प्रभारी साहू संघ थे. अतिथियों ने कर्मा माता के छायाचित्र पर पूजा अर्चना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया.
कमरौद में मनाई गई कर्मा जयंती प्रथम आगमन पर मोती का सम्मान
आदर्श ग्राम कमरौद में साहू समाज द्वारा संत माता कर्मा का सहसत्राब्दी जयंती समारोह एवं आदर्श विवाह का कार्यक्रम आयोजित किया गया. जिसके मुख्य अतिथि मोतीलाल साहू राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अखिल भारतीय तैलिक महासभा थे. अध्यक्षता तुलसीदास साव जिलाध्यक्ष साहू संघ ने की. विशेष अतिथि धनमाली साहू जिला महामंत्री, घनाराम साहू, प्रोफेसर रायपुर रामप्रताप साहू, तहसील अध्यक्ष बागबाहरा अशोक साहू(संपादक),
फरफौद, ग्राम टूरीझर में तहसील साहू संघ के तत्वावधान में राजिम भक्तिन मां कर्मा जयंती का आयोजन रखा गया, जिसमें अतिथियों द्वारा मां कर्मा के चित्र पर माल्यार्पण व श्रीफल फोड़कर कलश यात्रा निकाली गई. आतिशबाजी के साथ भ्रमण कराया भी गया. जिसका सभी जाति धर्म के लोगों ने अपने-अपने घरों के सामने आरती ऊतार कर श्रीफल भेंट किया, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि चुन्नीलाल साहू विधायक खल्लारी थे.
आरंग, ग्राम भलेरा में साहू समाज परिक्षेत्र तामासिवनी के द्वारा कर्मा रथ का समापन एवं ग्राम साहू समाज द्वारा स्वागत एवं कर्मा जयंती का समारोह के मुख्य अतिथि धनेन्द्र साहू पूर्व मंत्री एवं विधायक अभनपुर, अध्यक्षता नेतराम साहू अध्यक्ष जिला साहू समाज रायपुर ने किया, विधायक श्री साहू ने उपस्थित ग्रामवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि मां शिरोमणी भक्त मां कम माता नारी स्वरूप मां देवी का अवतार थीं,
ग्राम गातापार में साहू समाज द्वारा धूमधाम से कर्मा जंयती मनाई गई। इस अवसर पर माता कर्मा की पूजा आरती पश्चात अतिथियों का सम्मान किया गया। इस मौके पर मानसगान सम्मेलन का आयोजन भी किया गया। समापन अवसर पर मुख्य अतिथि जिला पंचायत सदस्य नीलम चंद्राकर ने कहा कि रामायण सबको अच्छे विचार सिखाता है। भगवान राम ने किसी को सीखने नहीं कहा लेकिन उनके कार्यों का अनुसरण किया जा सकता है। इस अवसर पर सरपंच तोरण लाल साहू, शेखन साहू, शत्रुहन साहू, धनसाय साहू, कमलनारायण साहू, नारदराम, झम्मन, चोपेश्वर, लुकेश्वर, कांशी, बोधन, पूरन, लालजी, सौहेन्द्र सिंह, रोहित, शालिक, रामेश्वर सिन्हा, पुष्पेन्द्र आदि मौजूद थे।