संताजी महाराजांनी संत तुकारामांच्या गाथा लिखान केले आज तुकोबाच्या गाथा पंचक्रोशित या जागत सर्वदूर प्रचलित आहेत त्या संत संताजी जगानाडे महाराज यांच्यामुळेच. संताजी महाराज हे असे व्यक्तिमत्व होते ज्यांनी जनी मनी कधिच तुकोबा ची साथ सोडली नाही .
सन 1988 मध़्ये ओडीसा येथील भुवनेश्वर येथ्ो अखिल भारतीय तैलिक महासभेच्या सभेत महात्मा गांधीचे पणतु व स्व. अरूण्ा कनिलाल गांधी यांचे पुत्र श्री. तुषार गांधीआले होते. त्यांच्या समवेत छत्तीसगडसाहु संघचे पुर्व अध़्यक्ष श्री थानेश्वर साहू ,डॉ धीरेन्द्र साव ,डॉ राजेन्द्र साहू ,डॉ नीरेंद्र साहू व श्रीमती ललिता साहू इत्यादी देखील उपस्थित होते.
आदरणीय समाज बंधुओ.....
वक़्त कितनी तेजी से आगे बढ़ता है इस बात का अंदाजा भीण्डर में होने वालेे सामूहिक विवाह की तारीख 29 अप्रैल 2017 से पता लगाया जा सकता है. महज 64 दिन शेष बचे है. तक़रीबन दो माह के आस पास. या यु कहे की सामूहिक विवाह की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है. तो भी कोई अतिश्योक्ति नहीं होनी चाहिए.!!!!
सामूहिक विवाह का जोरो शोरो से प्रचार पुरे राजस्थान में और समस्त घाणीवाल तेली समाज में चल रहा है.शहर...शहर...गाँव...गाँव....में प्रचार किया जा रहा है. साथ ही साथ सोशियल मिडिया में facebook...whatsapp पर भी प्रचार जोरो से चालू है.
बाबु जय प्रकाश नारायण के ' सम्पूर्ण क्रान्ति आन्दोलन ' का छत्तीसगढ़ में भी व्यापक प्रभाव पड़ा था | महासमुंद के समाजवादी नेता स्व.जीवन लाल साव जी ने फ़रवरी माह में ही किसान आन्दोलन छेड़ दिया था और उन्हें आपातकाल लगने के पूर्व ही 13 फ़रवरी 1975 को मीसा कानून में गिरफ्तार कर लिया गया था |
आपातकाल लगने के बाद जिन 24 साहू आन्दोलन कारियों को मीसा कानून के अंतर्गत गिरफ्तार किया गया था उसकी सूची है :-
८ जानेवारी २०१६ रोजी होनार्या श्री संत संताजी महाराज पुण्यतिथी सोहळ्याच्या नियोजनासाठी महत्वाची बैठक सुदुंबरे ता.मावळ येथे आनंदी वातावरनात पार पडली .
कार्यक्रमासाठी अंदाजे सात लाख रुपये खर्च आहे त्या साठी वर्गनी बाबत जबाबदार्या सोपवन्यात आल्या. मंडप व्यवस्था,जेवन व्यवस्था ,मंदिर सजावट व्यवस्था, पार्कींग व्यवस्था, वाहतुक व्यवस्था या बाबत समीत्यांच्या नेमणुका करन्यात आल्या.