नागपूर : एरंडेल तेली समाज हितकारिणी मंडळाद्वारे सामूहिक विवाह सोहळ्याचे आयोजन महावीरनगर मैदानात करण्यात आले होते. या विवाह सोहळ्यात २५ जोडप्यांचा विवाह करण्यात आला. या कार्यक्रमाला महापौर नंदा जिचकार, आमदार कृष्णा खोपडे, सुधाकर कोहळे, विकास कुंभारे, माजी खासदार नाना पटोले, वर्धा नगरपरिषदेचे नगराध्यक्ष अतुल तराळे, माजी उपमहापौर शेखर सावरबांधे,
समाज के उत्थान के लिए एक-एक क्षण समर्पित : मुकेश कश्यप
रांची अखिल भारतीय तैलिक साहू सभा के सम्मान समारोह का आयोजन हरमू रोड स्थित स्वागतम वैक्ट हॉल में किया गया। समारोह में प्रदेश अध्यक्ष मुकेश कश्यप ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि समाज के उत्थान के लिए एक-एक क्षण समर्पित किया है । आगे भी यह सिलसिला जारी रहेगा । उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री रघुवर दास का आशीर्वाद समाज को मिलता रहा है ।
तहसील साहू संघ धमतरी व युवा प्रकोष्ठ ,महिला प्रकोष्ठ परिक्षेत्र साहू संघ झिरिया के संयुक्त तत्वाधान में युवा संगोष्ठी एवम पदाधिकारियों का सम्मान समारोह का आयोजन ग्राम डोंगेश्वर धाम देवपुर में आयोजित किया गया। कार्यक्रम दो सत्रों में संम्पन हुआ ।
प्रथम सत्र माननीय रिपुसूदन साहू जी पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष के मुख्य आतिथ्य व माननीय दयाराम साहू जी जिला अध्यक्ष जिला साहू संघ धमतरी की अध्यक्षता एवम मान. मान. राजेश साहू जी, मान. शिव साहू जी पूर्व उपाध्यक्ष राष्ट्रीय युवा प्रकोष्ठ, मान. डॉ देवेंद्र साहू जी, मान. डॉ नीलकंठ साहू जी, माननीया. श्रीमती डिपेंद्र रंजना साहू जी अध्यक्ष जनपद पंचयत धमतरी, माननीया श्यामा साहू जी सदस्य जिला पंचायत धमतरी के विशिष्ट आतिथ्य में सम्पन्न हुआ ।
प्रान्तीय वैश्य तैलिक परिचय सम्मेलन व सामूहिक विवाह में शामिल हुए मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह रविवार को यहां रायपुर के टाटीबंध स्थित मोहन मैरिज पैलेस में आयोजित वैश्य साहू समाज द्वारा आयोजित प्रान्तीय वैश्य तैलिक युवक-युवती परिचय सम्मेलन और सामूहिक विवाह कार्यक्रम में शामिल हुए. उन्होंने इस मौके पर कहा कि सामूहिक विवाह जैसे आयोजन की पहल सबसे पहले साहू समाज ने ही की है. उनकी प्रेरणा से राज्य सरकार द्वारा मुख्यमंत्री कन्यादान योजना की शुरूआत की गई है.
समय के साथ कदमताल... साहू समाज ने समय के साथ बदली सोच, मय्यत में कफन की जगह लेकर जाते हैं मदद की राशि । समाज की खातिर मृत्यु भोज में मीठा खिलाने से दुर्ग सांसद ने किया तौबा
भिलाई - छत्तीसगढ़ साहू समाज ने बरसों से चली आ रही मृत्युभोज में मीठा खिलाने की परंपरा को अब ना कह दिया है । ऊंच-नीच, छोटे-बडे, अमीरगरीब का भेद दूर करते हुए समाज में एक साथ इस नियम को अपनाने के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है । समाज की ये पहले उस वक्त और अधिक प्रभावी हो गई जब दुर्ग के सासद ताम्रध्वज साहू ने अपने पिता के स्वर्गवास के दशगात्र कार्यक्रम में मीठा खिलाने से स्वयं हाकर परहेज किया ।