भारतीय तैलीक साहू राठौर महासभा नई दिल्ली का उपक्रम अमरावती साहू (तेली) समाज 'परिचय सम्मेलन समिती द्वारा आयोजित अखिल भारतीय साहू (तेली) समाज चतुर्थ युवक युवती परिचय सम्मेलन २०१२ रविवार दि. 04 सितंबर 2022 समय दोपहर ११ से ५ स्थान: सांस्कृतिक भवन, मोर्शी रोड, अमरावती (महाराष्ट्र) साहू (तेली) समाज के विवाह योग्य युवक व युवतीयों का अखिल भारतीय चतुर्थ परिचय सम्मेलन रविवार दि. ०४/०९/२०२२ को दोपहर ११ बजे से ५ बजे तक सांस्कृतिक भवन, मोर्शी रोड, अमरावती
प्रदेश तेली महासंघ (महाराष्ट्र राज्य) अंतर्गत संताजी सेवा प्रतिष्ठान, पिंपरी-चिंचवड आयोजित राज्यस्तरीय तेली समाज वधु-वर पालक परिचय मेळावा-२०२२, रविवार दि. १३ नोव्हेंबर २०२२ रोजी सकाळी ९ ते सायं. ६ वाजेपर्यंत, मेळाव्याचे ठिकाण कै. सारजाबाई तुळशिराम चौधरी (उंबरखेडकर) नगर वैकुंठवासी ह.भ.प.माधवराव बबनराव अंबिके सभागृह श्री खंडोबा मंदिर मंगल कार्यालय जुना मुंबई-पुणे रस्ता, आकुर्डी, पुणे-४११०३५
सतयुग की बात है, भगवान शंकर माता उमा सहित कैलाश पर्वत में निवास करते थे। माता उमा की सखियां उनका उपहास उड़ाया करती थीं कि इतने बड़े देव की पत्नी और रहने के लिए घर नहीं है, जो तुम्हारी निजता के लिए अति आवश्यक है। माता उमा ने अपनी सखियों से हुई सारी बातों को शंकर जी को बताया तो शंकर जी ने विशाल महल बनवा दिया ।
क्या आप जानते हैं कि हिंदुओं के 'प्रथम पूज्य श्रीगणेश के पुनर्जीवित होने की धार्मिक कथा से तेली जाति के उदभव की कहानी जुड़ी है ? पौराणिक कथाओं में गणेश जी के पुनर्जीवित होने के बाद कहानी का समापन हो जाता है। किंतु, तेली समाज के विद्वान पुरखों ने इस कहानी को वर्षों पहले आगे बढ़ाया है। जो अभी ज्यादा प्रचारित नहीं है। इस दंतकथा में उस व्यापारी को न्याय दिलाते हैं,
महाराष्ट्र प्रांतिक तैलिक महासभे अंतर्गत श्री संताजी मंडळ, नाशिक व श्री संताजी महाराज नागरी सहकारी पतसंस्था, नाशिक संयुक्त विद्यमाने आयोजित करण्यात आलेला आहे. समाज भूषण श्री. चंद्रशेखरजी बावनकुळे साहेब खासदार श्री. रामदासजी तडस साहेब याचा भव्य नागरी सत्कार आयाेजित करण्यात आलेला आहे.