Sant Santaji Maharaj Jagnade
महाभारत के शांतिपर्व के वर्णन अनुसार, ऋषि जाजलि ने कठोर तप कर सिद्धि प्राप्त की, जिस पर उसे गर्व था । ऋषि के अहंकार से नाराज होकर उसके गुरू ने कह दिया कि वाराणसी का तेली समाज वैश्य तुलाधर संसार भर में धर्मात्मा, तपस्वी एवं तत्वदर्शी है । प्रतिस्पर्धी स्वभाव वस ऋषि जाजलि ने धर्मात्मा तुलाधर से भेंट कर पुछा कि अनेक प्रकार के तेलों एवंद्रव्यों का व्यापर करते हुए भी तुम्हें दार्शनिक अंतर्दृष्टि कैसे प्राप्त हुई । Dharmatma Teli Tuladhar
सर्वप्रथम 26 दिसंबर 1912 को बनारस फाटक मोहल्ले में समाज का राष्ट्रीय अधिवेशन हुआ जो वर्तमान समय तक निरंतर सक्रिय है । देश के विभिन्न राज्यों में अभी तक 45 अखिल भारतीय महाधिवेशन हो चुके हैं । छत्तीसगढ का साहू समाज भी राष्ट्रीयता के मुख्य धारा में जडाने सदैव उत्साहित रहा है । इसी परिपेक्ष्य में संपूर्ण छत्तीसगढ मे वृहद स्तर पर सर्व प्रथम सन 1912 में गोकुलपुर बगीचा धमतरी में श्री जग रात देवान की प्रेरणा से अधिवेशन हुआ । Sahu Teli Samaj Organisation History
संत संताजी अध्यासन - तेली समाज
1) झरिया शाखा , 2) हरदिहा शाखा, 3) राठौर शाखा, 4) रंगहा, 5) तेली वैश्य शाखा, 6) तरहाने तेली शाखा इत्यादी प्रमुख शाखा है ।
1) झरिया शाखा :- इस शाखा को झेरिया या झिरिया भी कहते है । सर्वाधिक जनसंख्या इसी शाखा के लोग मूलत: किसान है ।
2) हरदिहा शाखा :- इस शाखा के लोग रायपुर नगर के आस -पास, धमतरी एवं दुर्ग जिला के धमधा क्षेत्र में निवासरत है । अंग्रेजो ने अपने प्रविेदनों में इन्हें हलिया उल्लेखित करते हुये श्रेष्ठ कृषक भी कहा है । पूर्व विधायक श्री नंद कुमार साहू इसी शाखा से हैं ।
समाजासाठी लढणारी व समाजा सोबतच इतरही समाजासाठी सामाजिक उपक्रम राबवनारे अमरावती जिल्हा तैलिक ( तेली समाज ) समिती तर्फे दरवर्षी ऊन्हाळी विज्ञान छंद शिबीराचे आयोजन करत असते.
संताजी भवन, भुमीपुञ काँलनी परीसरात यावर्षी सुद्धा २ ते ९ मे या महिन्यात ऊन्हाळी नाविण्यपूर्ण विज्ञान छंद शिबीर ( Aero Dynamic Workshop) यशस्वी रीतीने पार पडले. Amravati teli samaj Vigyan Shibir 2017
उदयपुर । अखिल भारतीय मेवाड क्षत्रिय घांची राजस्थान तेली समाज का प्रतिभावान छात्र सम्मान समारोह रविवार को देलवाडा स्थित समाज भवन हुआ । कार्यक्रम की अध्यक्ष एडीम उदयपुर सिटी ओपी बुनकर ने की । मुख्य अतिथि कर्मचारी सेवा संघ प्रदेशाध्यक्ष मीठालाल बोराणा थे । कार्यक्रम की शुरूआत अतिथियों ने दिप प्रजवल्लन कर की । समाज की बेटियों ने इस मौके पर सांस्कृतिक रंगारंग प्रस्तुतियां भी दी ।