संत संताजी जगनाडे महाराज का जन्म सन 1625 में महाराष्ट्र के पुना (चाकण) में हुआ था । उनके नाना का नाम भिवा जगनाडे पिता का नाम विठोबा जगनाडे और माता का नाम मथुबाई था । और उनका परिवार महान विठ्ठल भक्त था । उनके पिताजीने उन्हे घर मै ही पढाई लिखाई की शिक्षा दि । 12 वर्ष की आयु में उनका विवाह हो गया था । वे पैत्रिक तेल का व्यवसाय करने लगे, किन्तु एक दिन उन्होने संत तुकाराम का किर्तन सुना और उनके शिष्य हो गये ।
साहू तेली समाज ने सामाजिक लोगों को किया सम्मानित
सीहोर साहू समाज के अध्यक्ष जितेंद्र साहू ने बताया कि समाज ने कई क्षेत्रों में सराहनीय कार्य करने वाले सामाजिक लोगों को सम्मानित किया इस दौरान गल्ला व्यापारी किया लाल साहू राम चंद्र साहू डॉक्टर साहू लक्ष्मी देवी साहू आरके साहू श्याम लाल साहू डॉक्टर देवेंद्र साहू फलास साहू को सम्मानित किया
साहू तेली समाज ने मनाई मां कर्मा जयंती
साहू समाज की कुलदेवी मां कर्मा जयंती के अवसर पर स्वामी नारायण मंदिर में कई कार्यक्रम आयोजित किए गए । इस दौरान सामाजिक महिलाओं ने आकर्षक पूजा की थाल सजाकर मां की आराधना की । इसके उपरांत इस सांस्कृतिक कार्यक्रम में हुई और मां कर्मा के पारंपरिक गीतों की प्रस्तुति दी गई ।
माँ कर्मा देवी कि जयन्ती के पावन पर्व पर सभी समाज बन्धुवों के सहयोग से माँ कर्मा देवी के मंदिर की स्थापना व् जयन्ती मनाई व कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रह्लाद जी मोदी व अखिल भारतीय तेलीक साहू राठौर राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री रामनारायण जी द्वारा की गयी व इनसे मिलने का सोभाग्ये प्राप्त हुवा व कार्यक्रम में दिल्ली प्रदेयषाध्यक्ष राहुल जी व प्रदेश संगठन मंत्री जगदीश जी भी सम्मिलित रहे !! इन सभी महानुभाओं का मार्ग दर्शन मिला
मेवाड़ कचेलियन तेली घांची समाज का सामूहिक विवाह सम्मेलन 5 मई 2017 को
दिनांक 18 दिसम्बर को अखिल मेवाड़ क्षत्रिय कचेलीयन(घांची) तेली समाज मीटिंग समाज के मुख्यालय देलवाडा में रखी गयी जिसमे आगामी दिनांक 9 फरवरी 2017 को सामूहिक विवाह हेतु परिचय सम्मलेन और सामूहिक विवाह 5 मई 2017 को करवाना तय हुआ आज की मीटिंग में सामूहिक विवाह को लेकर कई जरुरी निर्णय भी लिए गए जिसमे मुख्य रूप से आजकल विवाहों में होने वाले अंधाधुंध खर्चे और दहेज़ पर लगाम लगाने के लिए और समाज में कई व्यवस्थाओ को लागू करवाने पर आम चोरासी अध्यक्ष कैलाश चंद्रतेली, शिक्षा समिति अध्यक्ष केसू लाल तेली सहित अन्य सभी वरिष्ठ स्वजातीय बंधुओ ने अपने विचार भी रखे !